भोपाल एनकाउंटर: सरकार ने पुलिसकर्मियों के ईनाम को अभी टाला
एनकाउंटर की न्यायिक जांच के आदेश के बाद सरकार ने पीछे खींचे हाथ।
भोपाल। 30-31 अक्टूबर की रात को भोपाल जेल से फरार सिमी के आतंकियों के एनकाउंटर की सत्यता पर लगातार उठ रहे हैं। ऐसे में इसको अंजाम देने वाले पुलिसकर्मियों को मिलने वाले ईनाम को मध्य प्रदेश सरकार ने अभी रोक दिया है।
भोपाल जेल से फरार सिमी आतंकियों के एनकाउंटर में अहम रोल निभाने वाले पुलिसकर्मियों को दो-दो लाख रुपये का इनाम देने के अपने फैसले को मध्य प्रदेश सरकार ने फिलहाल टाल दिया है।
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इस पुरस्कार देने की घोषणा न्यायिक जांच घोषित होने से पहले की गई थी। अब जब मामले की न्यायिक जांच की घोणणा हो चुकी है तो सरकार ने ईनाम देने से हाथ पीछे खींच लिए हैं।
लगातार संदेह के घेरे में है भोपाल पुलिस का एनकाउंटर
आपको बतातें चलें कि 30-31 अक्टूबर की रात को भोपाल सेंट्रल जेल से सिमी के आठ आतंकी हेड कांस्टेबल रमाशंकर की हत्या कर फरार हो गए थे। इसके कुछ घंटों बाद ही भोपाल पुलिस ने शहर के पास ही एक मुठभेड़ में इन आठों को मार गिराने का दावा किया था।
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इस पर मध्य प्रदेश सरकार ने जमकर अपनी पीठ ठोकी थी और एनकाउंटर को अंजाम देने वाला पुलिसकर्मियों को ईनाम की घोषणा की थी।
एनकाउंटर के बाद पुलिस अधिकारियों और नेताओं के बयान, कुछ वीडियो व जेल से आतंकियों के भागने की कहानी ने पूरे मामले को संदेह में ला दिया। जिसके बाद इसकी जांच की मांग कई संगठनों और विपक्षी पार्टियों ने की।
अब पूरे मामले की जांच और एनकाउंटर की सत्यता सामने आने के बाद ही पुलिस कर्मियों के दिए जाने वाले ईनाम पर फैसला किया जाएगा।