एक-दूसरे को बचाने के फेर में पांच लड़कियों की डूबकर मौत
मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश के सागर में घाना गांव में नदी में नहाने गईं पांच किशोरियों की डूबकर मौत हो गई। इस घटना से गांव में कोहराम मच गया।
मध्य प्रदेश के सागर में केसली क्षेत्र के घाना गांव के लिए शुक्रवार की सुबह ऐसी दर्दनाक साबित हुई कि इस दिन को गांव वाले ना जाने कब भूल पाएंगे। जो बच्चियां सुबह हंसते-खेलते नहाने के लिए नदी पर गई थीं, वो फिर लौटकर ना आईं।
नही के बहाव में आ गईं लड़कियां
घाना की गांव की कुछ महिलाएं एक लड़के और सात किशोरियां के साथ सुनार नदी में नहाने को गई थीं। सभी बच्चे एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर नदीं में उतरे और नहाने लगे।
नहाते समय बच्चे पानी के बहाव में नदी के किनारे से दूर हो गए और डूबने लगे। बच्चों को डूबते देख गांव के ही अनिल और पूरन ने तैरकर बच्चों को बचाने की कोशिश की। वो अपनी कोशिश में कामयाब भी हुए।
घटना की जनकारी पर गांव में मचा कोहराम
दोनों युवकों ने 12 साल की गायत्री, 10 साल के आशीष और 12 साल की रोशनी को तो बचा लिया। लेकिन पांच किशोरियां तब तक पानी में बह गईं।
इस घटना की खबर जैसे ही गांव में पहुंची, पूरे गांव में कोहराम मच गया। जो जिस हाल में था, नदी की तरफ दौड़ पड़ा लेकिन तब तक पांचों किशोरियां नदी में समा चुकी थीं।
मामले के जानकारी होने पर प्रशासन भी मौके पर पहुंचा और गोताखोरों को बुलवा कर डूबी किशोरियों की तलाश कराई। गोताखोरों ने शाम तक पांचों के शव नदी से निकाल लिए।
पड़ोस के गांव के लोग भी पहुंचे घाना
11 साल की भागबाई, 10 साल की सोनम, 12 साल की राधा, नेहा (10 साल) और नेहा(12)साल के शव जब शाम में गांव पहुंचे पड़ोस के गांव से भी बड़ी संख्या में लोग घाना आ गए।
शमशान घाट में पांच चिताएं जलती देख हर किसी की आंख में आंसू आ गए। गांवभर में किसी का चूल्हा नहीं जला, जिसे देखो वो इन बच्चियों के बारे में ही बात करता दिखा।
पढ़ाई में बड़ी होशियार थी हमारी बच्चियां
हर कोई बस ही कह रहा था कि ये बच्चियां पढ़ाई में बड़ी होशियार थीं और पढ़-लिख कर गांव का नाम देश में रोशन करना चाहती थीं।
इन लड़कियों के साथ पढ़ने-खेलने वाले दूसरे बच्चों का तो रो-रोकर बुरा हाल है।
एसडीएम और विधायक ने की सहायता राशि का घोषणा
पांच किशोरियों के डूब जाने की घटना पर कांग्रेस के क्षेत्रीय विधायक हर्ष यादव ने पांचों किशोरियों के परिजनों को स्वेच्छानुदान से दस-दस हजार रुपये देने की घोषणा की साथ ही प्रदेश सरकार से मृतकों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता की मांग की।
एसडीएम अमृतलाल प्रजापति ने शासन की ओर से मृतकों के परिवारों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।