स्कूबा डाइविंग के दौरान समुद्र के अंदर 40 मिनट तक हुई युवती से छेड़खानी
बैंगलुरू। 23 साल की एक लड़की के साथ समुद्र के अंदर छेड़खानी की गई। मामला चौकाने वाला है लेकिन सच है। देश का आईटी हब कहे जाने वाले बैंगलुरू में 23 साल की एक युवती से स्कूबा डाइविंग के दौरान बिंदूर के शिरूर बीच में समुद्र के अंदर डाइविंग इंस्ट्रक्टर ने छेड़छाड़ की।
मामला बीते जनवरी माह का है लेकिन युवती ने अब इस घटना को ब्लॉग के माध्यम से सबके साथ साझा किया है। अपने ब्लॉग में युवती ने लिखा है कि स्कूबा डाइविंग के दौरान हर किसी को अपने इंस्ट्रक्टर को हर पांच मिनट में ओके (OK) का सिगनल देना होता है।
जिससे इंस्ट्रक्टर को पता चलता रहता है कि हम ठीक हैं। हम पानी के अंदर गए और थोड़ी देर बाद बहुत गहराई में पहुंच गये। मेरे सांस लेने का उपकरण और ऑक्सीजन टैंक इंस्ट्रक्टर के नियंत्रण में था। युवती ने ब्लॉग में लिखा है कि इंस्ट्रक्टर अपने दोनों हाथों से मुझे जकड़ा हुआ था।
इस दौरान उसने मुझसे OK का सिग्नल मांगा। 'उसके चंगुल से निकलने की असफल कोशिश के बाद मेरे पास पानी के अंदर उसे ‘OK' सिग्नल देने के अलावा कोई और विकल्प भी नहीं था। मैं चाहती थी कि जल्द से जल्द अपने दोस्तों के साथ बोट पर सुरक्षित पहुंच जाऊं।
उसने 40 मिनट तक मेरी खामोशी और बेबसी का पूरा फायदा उठाया। युवती ने यह दावा किया है कि इस मामले से पर्दा उठाने के लिए उसने दोस्तों संग मिलकर इंस्ट्रक्टर दबाव बनाया और उससे यह स्वीकार करवाया करवाया कि उसने छेड़छाड़ की थी। कबूलनामे की वीडियो भी बना ली गई ताकि पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया जा सके।
बिंदूर पुलिस ने घटना की पुष्टि की और कहा कि इंस्ट्रक्टर की पहचान 45 साल के धीरेंद्र रावत नाम से हुई है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन बाद में उसकी बेल हो गई। युवती आंध्र प्रदेश की रहने वाली है।