श्रीश्री रविशंकर ने कॉर्पोरेट जगत को जोड़ा आध्यात्म से
बेंगलुरु। विश्वस्तरीय परिवर्तन में भारत और विश्वभर से काॅर्पोरेट के नेता, प्रमुख व्यवसायी, सरकार प्रमुख और एनजीओ आर्ट आॅफ लिविंग और वल्र्ड फोरम फाॅर इथिक्स इन बिजनेस (डब्ल्यूएफईबी) के दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन ‘काॅर्पोरेट कल्चर एंड स्पिरिचुुअलिटी‘ (सीसीएस) एकत्रित हुये।
इस सम्मेलन का समापन आज आर्ट आॅफ लिविंग अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, बैंगलोर में हुआ, जिसमें सरकार और निजी तथा सार्वजनिक क्षेत्र के बीच, एनजीओ और समाज हित के लिये व्यापार के संबंधों में आये बदलाव पर चर्चा हुई। इन दो दिनों में विभिन्न समूह ने अपनी व्यावसायिक गतिविधियों के साथ साथ विश्वस्तरिय संवाद स्थापित करने का अवसर प्रदान करता है, जो कि काॅर्पोरेट को समाज हित के पक्ष में काम कर सके, पर विचार विमर्श और संवाद हुये।
सम्मेलन का उद्घाटन आर्ट आॅफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने किया, जिन्होने कहा, ‘‘हमे नवोदित व्यवसायियों को यह संदेश देने की मुहिम चलाने की आवश्यकता है कि व्यापारिक गतिविधियां नीतिगत हो, उनका सेवा प्रधान होना अच्छा है। मुझे आशा है कि यह सम्मेलन हमारे चारों और लोगों में मूल्य स्थापित करने वाला होगा।‘‘ उन्होनें आगे कहा, ‘‘टेक्नालाॅजी जो कि विश्वभर को जोड़ने का काम कर ही है,का बढ़ावा देने पर जोर दिया और अकेले प्रोजक्ट लेने तक ही सीमित नही रहकर नही रहना है। अकेले सम्मेलन से कुछ नही होगा। सभी वार्ता पर काम होना चाहिये और समाज का हित बड़े पैमाने पर हो।‘‘
सम्मेलन के पहले दिन अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जिनमें माननीय विजुभाई रुदाभाई वाला, राज्यपाल, कर्नाटक सरकाकर; श्री जाॅन कार्लोस, सांसद, काॅलंबिया; माननीय एफ. के. माॅरुल, हाय कमीश्नर, दक्षिण अफ्रिका; श्री दलजीत सिंह, अध्यक्ष, फाॅर्टिस ग्रुप' श्री सौमित्र भट्टाचार्य, जाॅयंट मैनेजिंग डायरेक्टरख् बौस लि., इंडिया प्रमुख थे।
दूसरे दिन भी अनेक प्रमुख संगठनों के वक्ताओं ने अपना संबोधन किया, जैसे अमेजन, पेपाल, टीवीएस, एसबीआई और अनेक जिन्होने मानवीय क्षमताओं के पूरे प्रयोग पर बल दिया।
राज्यपाल, कर्नाटक विजुभाई रुदाभाई वाला ने कहा, ‘‘धनार्जन का संबंध देश के विकास से जुड़ा हुआ हो।‘‘
सुप्रसिध्द संगठन जैसे नॅस्काॅम, लिंक्डआईडी, केंट आरओ के साथ साथ युनिसेफ और जीएमआर ने पहिले दिन के सत्र में अपने विचार व्यक्त किये।
डब्ल्यूएफईबी ने इस अवसर पर विश्व की पहली इथिकल लीडरशीप वेब साइट भी लाॅंच की। विभिन्न गांवों में रुरल इलेक्ट्रिफिकेशन कार्यक्रम के तहत सौर ऊर्जा लाने के लिये सन एडिसन सोलर पाॅवर इंडिया लि और आर्ट आॅफ लिविंग के साथ एक एमओयु साइन किया।
इस सम्मेलन में आर्ट आॅफ लिविंग के गत 33 वर्षों में किये गये सेवा प्रोजक्ट के माध्यम स्थापित आदर्श गांव को भी प्रदर्शित किया गया। इनमें अनेक प्रोजक्टस जिनमें रुरल इलेक्ट्रिफिकेशन, वायु प्रदूषण मे कमी, जल और स्वच्छता, विशेष आवश्यकता वाले बालकों, कच्ची बस्ती और आदिवासी बालकों के लिये शिक्षा,महिला सशक्तिकरण, नदी पुनुत्र्थान, ग्रामीण उद्यम, आयुर्वेद और अन्य अनेक सामाजिक कार्यो के प्रोजक्ट्स शामिल थे।
सामाजिक हित से व्यवसाय, निरंतरता से विकास, साझेदारी से कर्मचारियों का संबंध, काॅर्पोरेट से प्रमुख समाज सुधारक के प्रतिनिधियों ने निरंतर साझेदारी के लिये आवश्यक तथ्यों पर प्राथमिकतायें बतायीं। दूसरे दिन सम्मेलन में प्रमुख संगठन जैसे अमेजन, स्नैपडीन, पेपाल, टीवीएस, एसबीआई और अन्य के वक्ता व्यवसाय और मानवीय क्षमता पर अपने विचार व्यक्त करेंगे।
द काॅर्पोरेट कल्चर एंड स्पिरिचुअलिटी काॅफरेंस एक वार्षिक आयोजन है, जिसमें व्यापार जगत, सरकार, शिक्षा क्षेत्र, सामाजिक संगठन और मत आधारित संगठन व्यवसाय के नीतिगत माध्यमों पर चर्चा करना और इसी माध्यम से अधिकतम लाभ अर्जन करना है। इस आरंभ सबसे पहले 2003 में आर्ट आॅफ लिविंग अंतर्राष्ट्रीय केंद्र बैंगलोर में आयोजित किया गया था और इसकी सफलता के बाद युरोप संसद, ब्रुसेल्स, नेपाल, स्लोवेनिया और सिंगापुर में आयोजित हुआ और यह इस श्रृंखला की ग्याहरवीं है।