बेंगलुरु में धड़कते हुए दिल के लिये खाली कर दी सड़क
बेंगलुरु। बन्नरगट्टा रोड पर स्थित अपोलो अस्पताल में एक मरीज के दिल की सारी नलियां ब्लॉक हो चुकी थीं। डॉक्टरों के पास केवल एक ही चारा था- हार्ट ट्रांसप्लांट। तभी पता चला कि मैसूर के अपोलो अस्पताल में एक महिला है, जिसका ब्रेन डेड हो चुका है। कुछ ही घंटों में उसकी मौत हो जायेगी। परिजनों की इजाजत पर महिला का दिल डॉक्टरों ने निकाल लिया और बेंगलुरु के लिये चल पड़े।
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शरीर से निकलने के बाद एक धड़कते हुए दिल के लिये अगले तीन घंटे तक जीवित रहना आसान नहीं था। और सबसे कठिन था दिल को सही समय पर गंतव्य स्थान तक ले जाना। बेंगलुरु पुलिस के क्या कहने। उसने यह कठिन कार्य भी कर दिखाया। फेसबुक पर एक अपील संदेश पोस्ट किया और सभी से अनुरोध किया कि मैसूर रोड के किंगेरी से सबसे ज्यादा व्यस्त रहने वाली बन्नरगट्टा रोड को खाली कर दें।
फिर क्या था। दोपहर 2:40 बजे डॉक्टरों की टीम धड़कते हुए दिल को लेकर एंबुलेंस में बैठ गई। इस दिल को शाम 4:30 बजे के पहले-पहले किसी भी हालत में अस्पताल पहुंचाना था। हाईवे होने के कारण किंगेरी तक पहले ही रास्ता साफ था, लेकिन किंगेरी से अस्पताल तक एंबुलेंस को पहुंचने में पुलिस ने बड़ी मदद की। पूरा रास्ता खाली कर दिया गया और ठीक 4:28 बजे एंबुलेंस अपोलो अस्पताल पहुंच गई।
गौरतलब है कि इससे पहले भी बेंगलुरु पुलिस हार्ट, लीवर, किडनी, आदि को सही समय पर पहुंचाने में मद कर चुकी है।