खजाने की लालच में गला रेतकर 12 साल के मासूम की दी बलि
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में नरबलि का अजीबो गरीब मामला सामने आया है। अलीगढ़ में एक युवक ने डेढ़ साल बाद 12 साले के मासूम की बलि देने का जुर्म स्वीकार किया है। दरअसल 11 मार्च 2014 को 12 वर्षीय जाकिर को उसी के मोहल्ले में रहने वाले इमरान ने एक निर्माणाधीन प्लाट में बच्चे की गला काटकर बलि दे दी थी।
जाकिर की हत्या के बाद उसके पिता साबिर जोकि रिक्शा चलाता है ने पुलिस में मामला दर्ज कराया। यही नहीं इमरान ने खुद अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। लेकिन डेढ़ साल चली जांच और पूछताछ के बाद भी पुलिस इस हत्या की गुत्थी को सुलझा नहीं पायी।
वहीं जब इमराज हज करके वापस लौटा तो उसने आत्मग्लानि के चलते खुद अपने जुर्म को कबूला। हज से आने के बाद वह खुद साबिर के घर गया और अपने जुर्म को कबूला और दस लाख रुपए के मुआवजे की भी बात कही।
पिता बना दैत्य, तंत्र-मंत्र के चक्कर में अपनी ही बेटी की बलि देकर पीने लगा खून
इमरान ने बताया कि जब उसके प्लॉट पर काम चल रहा था तो उसके नीचे से कई घड़े निकले थे, जिनमें कोयला था। जिसके बाद उसने एक तांत्रिक को संपर्क किया। जिसने उसे नरबलि देने को कहा। तांत्रिक ने कहा कि ऐसा करने से उसे खजाने की प्राप्ति होगी।
तांत्रिक की सलाह के बाद इमरान ने प्लॉट में मासूम जाकिर की गला काटकर बलि दे दी। वहीं मामले का पता चलते ही पुलिस ने इमरान को गिरफ्तार कर लिया।