हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने पर मजबूर हैं पीएम मोदी की पत्नी
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन सूचना के अधिकार के तहत कुछ जानकारी चाहती है, लेकिन राज्य सरकार उन्हें वो जानकारी देने को तैयार नहीं। अपनी सुरक्षा को लेकर जशोदाबेन से सूचना के अधिकार के तहत कुछ जानकारी मांगी थी, लेकिन उन्हें वो जानकारी नहीं मुहैया कराई गई। अब एक बार फिर से उन्होंने गांधीनगर स्थित गुजरात के सूचना कमिश्नर को एक याचिका सौंपी है।
जशोदाबेन के परिजनों और वकील का कहना है कि अगर 30 दिनों के अंदर उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है तो जशोदाबेन और उनके वकील गुजरात हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं। आपको बता दें कि इससे पहले पिछले साल नवंबर में भी उन्होंने ये जानकारी चाही थी कि उन्हें दी गई सुरक्षा की उनकी पात्रता क्या है।
लेकिन उन्हें इसकी जानकारी मुहैया नहीं कराई गई। जिसके बाद उन्होंने फिर से जानकरी मांगी है। जशोदाबेन के भाई ने कहा है कि अगर इस बार भी हमें जानकारी नहीं दी गई तो हम अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।
गौरतलब है कि मोदी के पीएम बनने के बाद जशोदाबेन की सुरक्षा में 10 सुरक्षा कर्मियों को लगाया गया है। अपनी याचिका में जशोदाबेन का कहना है कि उनके सुरक्षा कर्मी सरकारी गाड़ियों में चलते हैं जबकि उन्हें पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर सफर करना पड़ रहा है। उन्हें अप ने सुरक्षागार्डों से डर लगता है। उन्होंने गुजरात की सरकार से कहा है कि वह हर सुरक्षा गार्ड पर तैनाती का आदेश दिखाए।