भारत-रूस करेंगे अति आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम की डील, अब इंडियन आर्मी एक साथ गिराएगी 36 मिसाइल
नई दिल्ली। भारत और रूस के बीच तकरीबन 39 हज़ार करोड़ रुपए की सुरक्षा संबंधी डील कर सकते हैं। S-400 एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम की इस डील को शनिवार को गोवा में होने वाली भारतीय प्रधानमंत्री और रूसी राष्ट्रपति की मीटिंग के दौरान फाइनल किया जा सकता है।
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आपकों बता दें यह भारत इसके साथ ही अति आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम वाले चंद मुल्कों की लिस्ट में शुमार हो जाएगा। यह डील गोवा में ब्रिक्स समिट के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिलकर फाइनल करेंगे। यह जानकारी खुद पुतिन के दफ्तर क्रेमलिन ने जारी की है।
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यह एक एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डील होगी जिसमें 400 किलोमीटर की दूरी से आ रहे कुल 300 टारगेट एक साथ ट्रैक किए जा सकेंगे। इसके साथ ही भारत एक वक्त में 36 मिसाइलों को टारगेट करने में भी सक्षम हो जाएगा। इसके तहत कुल तीन तरह की मिसाइलों को दागा जा सकता है।
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भारत और रूस इंडियन नेवी के लिए 11356 युद्ध पोत के निर्माण पर डील और कामोव Ka-226T हेलिकॉप्टर्स बनाने के लिए ज्वाइंट वेंचर भी कर सकते हैं।
जानिए इस डील से जुड़ी खास बातें:
- रूसी न्यूज एजेंसी TASS की मानें तो S-400 एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम मॉस्को का सबसे एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम है। इसे भारतीय रक्षा मंत्रालय ने 2015 के दिसम्बर माह में खरीदने के लिए हरी झंडी दी थी।
- यह डील दोनों देशों के बीच बातचीत के आधार पर फाइनल हो सकती है। भारत ने ऐसे 5 सिस्टमों को खरीदने का मूड बनाया है।
- S-400 एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम से विमानों, मिसाइल्स और ड्रोन्स को निशाना बनाया जा सकेगा। यह डील फाइनल करने वाला भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा मुल्क होगा।
- इस सिस्टम को रूस ने सीरिया में तैनात कर रखा है। इसे रूसी कंपनी Almaz-Antey ने बनाया है।
- यह S-400 का अपग्रेडेड वर्जन S-300 है और रूस इसे अपनी डिफेंस फोर्सेज में शामिल कर चुका है।