सोनिया के भेजे ट्रकों का डीजल खत्म, 3 दिनों से ऋषिकेश में अटका हैं राहत
देहरादून। उत्तराखंड में तबाही के बाद अपनी सियासत चमकाने के लिए जिस ताम-झाम के साथ कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी ने जिन राहत के ट्रकों को उत्तराखंड के लिए भेजे थे, वो ट्रक अब तक लोगों तक नहीं पहुंच पाई है। सोनिया गांधी ने बड़े समारोह में हरी झंडी दिखाकर राहत सामग्री से लदे 100 ट्रकों को उत्तराखंड के लिए भेजा था, लेकिन अब तक ये ट्रक ऋषिकेश में ही खड़े हैं। इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
इन ट्रकों के डीडल खत्म हो चुके है। ट्रक ड्राइवरों के पास पैसे तक नहीं है ताकि वो इन ट्रकों को इनके गणत्व तक पहुंचा सके। ऋषिकेश में खड़े इन ट्रकों को कोई लेने नहीं पहुंचा है और ना ही कोई अधिकारी इसकी सुध ले रहे है। तीन दिनों से ये ट्रक यहीं खड़े है।
जब ट्रकों के ड्राइवरों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें खुद ही नहीं पता कि उन्हें इन राहत साम्रगियों को लेकर कहां जाना है? पहले जब वो इसे लेकर देहरादून पहुंचे तो उन्हें श्रीनगर भेज दिया गया। वहां पहुंचा तो उन्हें अब ऋषिकेश में खड़ा कर दिया गया है। अब तो ये ट्रक ड्राइवर भी नाराज हो गए है, क्योंकि उनके पास अब ना तो तेल है न खाने पीने के लिए पैसे ही बाकी है।
3 दिनों से यहां खड़े ये ट्रक ड्राइवर अब कह रहे है कि अगर किसी ने उनकी मदद नहीं कि तो वो ट्रकों में लदे सामान को बेचकर ही गुजारा चलाएंगे। केन्द्र सरकार की ओर से खाने-पीने की चीज़ों और दवाइयों से भरे ये ट्रक 3 दिन से बीच रास्ते में अटके हुए हैं। खबर यह भी आ रही है कि नाराज ट्रक ड्राइवर अब वापस दिल्ली लौटने का मन बना रहे है। जब इस बारे में दिल्ली में कांग्रेस नेताओं से पूछा गया तो उन्हें मालूम ही नहीं है कि ये ट्रक पिछले तीन दिनों से रास्ते में ही अटके हुए है।
उत्तराखंड की तबाही के बाद राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी सियासत चमकाने में लगी है। लोगों को राहत देने के बहाने ये उनकी सहानुभूकि को वोट में बदलने की जुगार कर रहे है। कांग३ेस ने ताम-झाम के साथ ट्रकों को रवाना तक पब्लिसिटी को हासिल कर ली, लेकिन ये ट्रक अब तक रास्ते में ही फंसे है इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।