मुलायम-अखिलेश की फोटो हटाते ही क्रैश हो रहा फ्री लैपटॉप
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजधानी लखनऊ में लैपटॉप पाने वाले 10 हजार छात्र में से लगभग 40 से अधिक छात्र अपने लैपटॉप के काम न करने की शिकायत लेकर लखनऊ के सिंकदराबाद इलाके में स्थित एचपी कंपनी के ऑफिस में पहुंच चुके हैं। छात्रों ने शिकायत में बताया कि लैपटॉप में वॉलपेपर के तौर पर पहले से लगे अखिलेश-मुलायम की तस्वीर हटाने के बाद लैपटॉप ने काम करना बंद कर दिया।
वहीं एचपी कंपनी का कहना है कि यूपी सरकार द्वारा बांटे गए फ्री लैपटॉप्स में सुरक्षा कारणों से कई ऐसे प्रोग्राम अपलोड हैं, जिससे यह अन्य लैपटॉप्स से पूरी तरह से अलग है। मालूम हो कि अखिलेश यादव ने चुनावी वादों को पूरा करते हुए बीते 11 मार्च को इस योजना की शुरुआत की थी।
छात्रों की हसरत, लैपटॉप संग मिले वाई-फाई
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य के हजारों छात्रों के बीच लैपटाप वितरण कर उनके सपनों को नई उड़ान दी है, लेकिन लैपटॉप पाने वाले छात्रों की हसरत है कि इसके साथ-साथ उन्हें वाई-फाई की सुविधा भी मिले। उनका कहना है कि इससे उन्हें और सहूलियत होगी तथा इसका अधिक फायदा उठाया जा सकेगा। मुख्यमंत्री अखिलेश ने 11 मार्च को हजारों छात्रों के बीच लैपटॉप वितरित किए थे, लेकिन अब इंटरनेट भी छात्रों की अहम जरूरत बन गई है।
आईटी और साइबर नेटवर्क से जुड़े विशेषज्ञ भी मानते हैं कि लैपटाप और उसके सॉफ्टवेयर को अपडेट करने के लिए इंटरनेट का होना बहुत जरूरी है। विशेषज्ञों की मानें तो सरकार को अब इसकी पहल भी करनी चाहिए कि लैपटॉप के साथ छात्रों को सस्ते इंटरनेट की सुविधा दी जाए। इसके लिए सरकार की ओर से राजधानी में वाई-फाई हॉट स्पॉट्स उपलब्ध कराने चाहिए, ताकि युवा वहां जाकर इसका फायदा उठा सकें। साइबर मामलों के विशेषज्ञ सुमित मित्तल ने आईएएनएस से कहा, "यदि सरकार वाई-फाई स्पॉट्स उपलब्ध कराने की पहल करे तो युवाओं को इससे काफी फायदा मिल सकता है।"
उन्होंने कहा कि इंटरनेट एक्सेस करने के लिए पहले यूएसबी मॉडम खरीदने में ही करीब 2,000 रुपये से अधिक का खर्च आएगा। वहीं, 3जी सेवा के लिए अलग से 300 रुपये से लेकर 800 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। जिन युवाओं को लैपटॉप दिए गए हैं, वे हर महीने इतना खर्च नहीं कर सकते। नेटवर्किंग विशेषज्ञ अमिता पारूल ने कहा कि राज्य की राजधानी में मौजूद विभिन्न पार्को विशेषकर अम्बेडकर पार्क, लोहिया पार्क, गौतमबुद्ध पार्क के अलावा विश्वविद्यालय एवं कॉलेज कैम्पस में भी वाई-फाई स्पॉट्स बनाए जा सकते हैं और इससे युवाओं को काफी सहूलियत मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि हैदराबाद, बेंगलुरू, पुणे और दिल्ली जैसे विकसित शहरों में लोगों को सस्ता इंटरनेट उपलब्ध कराने के लिए वाई-फाई मॉडम लगाए गए हैं। इसके जरिये एक ही जगह से सैकड़ों लोग अपने लैपटॉप को वायरलेस कनेक्ट करके इंटरनेट एक्सेस करते हैं। विश्वविद्यालयों और कॉलेज कैम्पस तथा पार्को में वाई-फाई स्पॉट्स तैयार किए जाते हैं, जिनकी रेंज में जाकर छात्र नि:शुल्क या नाममात्र की दरों पर इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। पारूल ने कहा कि इन शहरों की तरह ही लखनऊ को भी विकसित किया जाना चाहिए, ताकि छात्र लैपटॉप पर इंटरनेट एक्सेस सस्ती दरों पर कर सकें।