मनरेगा से महिला सशक्तिकरण हुआ है: मनमोहन सिंह
नई दिल्ली। आठवें मनरेगा दिवस के मौके पर दिल्ली के विज्ञान भवन में लोगों को संबोधित करते हुए भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के कारण महिला सशक्तिकरण हुआ है, मनरेगा के तहत महिलाओं को पुरूषों के बराबर वेतन दिया जाता है। इस योजना के कारण ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों के पलायन में कमी आई है और बैंकों में चार करोड़ खाते खोले गये हैं हालांकि उन्होने इस योजना को और भी बेहतर बनाने पर जोर दिया है। इस योजना का प्रारम्भ आठ वर्ष पहले ग्रामीणों को रोजगार देने के लिए किया गया था।
सीधे तौर पर इससे आज आठ करोड़ लोगों को रोजगार मिला हुआ है जिसमें 47 प्रतिशत महिलाएं हैं। मनरेगा की सफलता का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा है कि इस योजना की सफलता यह है कि इससे विकास का माहौल बना है।
वहीं यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा है कि हम चाहते है कि अब इसके अन्तर्गत 200 दिनों का रोजगार दिया जाय और इसमें महिलाओं की भागीदारी और भी बढ़ाई जाय। सोनिया गांधी का कहना है कि इसके द्वारा कृषि उत्पादन में वृद्धि की जा सकती है। मनरेगा में दूसरी हरित क्रांति लाने की क्षमता है और यह इसमें महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। उन्होने मनरेगा में फैले भ्रष्टाचार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आज यह बेहद जरूरी है कि नई तकनीक का उपयोग इस योजना की कमियों को हटाने के लिए किया जाये, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इससे लाभान्वित हो सके।
इस योजना को ग्रामीणों के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है लेकिन भ्रष्टाचार के कारण समय-समय पर इसमें गड़बड़ी होने के आरोप भी लगते रहे हैं। कार्यक्रम में पंचायत प्रमुखों को, इस योजना द्वारा जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाने के लिए सम्मानित भी किया गया और इस योजना से जुड़े लोगों को सही कार्यान्वयन के लिए भी कहा गया।