पंकज का कहना है कि जब भी उनके कॅरियर में ऐसा मौका आया और मुझे एक खेल को चुनना पड़ा तब-तब मैं खिताब जीतने में कामयाब रहा। 2006 के एशियाई खेलों में भी पंकज ने जीत हासिल की थी। बैंगलोर के इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा है कि अब मैं राहत महसूस कर रहा हूं, मैनें अपने मन की आवाज सुनी है।
पंकज ने इस जीत के साथ ही अपना सातवां खिताब जीता है। उनकी जीत पर देश में खुशी का माहौल है। लंदन ओलंपिक 2012 के बाद विश्व स्तर पर भारत के लिए यह बड़ी कामयाबी है। इसके पहले सायना नेहवाल ने भी डेनमार्क ओपेन जीतने में सफलता पाई थी। यह एक ऐसा दौर है जब भारत क्रिकेट से इतर खेलों मे सफलताएं अर्जित कर रहा है। लंदन ओलंपिक में भारत ने 6 पदक जीतने में सफलता पाई थी।