विश्व की 10 सबसे शक्तिशाली वायुसेनाएं
बैंगलोर। बाहरी आक्रमणों से सुरक्षा के लिए और शत्रुओं पर विजय पाने के लिए प्रत्येक राष्ट्र शक्तिशाली सेनाएं रखता है। लेकिन बदलते दौर के साथ इन्हें और भी सशक्त और अत्याधुनिक बनाना होता है। ऐसा करने में वही राष्ट्र कामयाब रहता है जो आर्थिक मोर्चे पर मजबूत होता है। जब शक्ति प्रदर्शन का दौर होता है तो कोई भी राष्ट्र किसी से कमजोर दिखना नहीं चाहता है। आइये जानते हैं कि इस समय विश्व में सर्वाधिक ताकतवर और अत्याधुनिक वायुसेनाएं किन देशों के पास हैं। यहां पर हम सेनाओं की शक्ति का आकलन बीते समय में किए गये उनके प्रदर्शन और संख्या के आधार पर करेंगे।
तकनीक से लैस अमेरिकी वायुसेना
संयुक्त राज्य अमेरिका की वायुसेना अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। इसका निर्माण सेना की एक अलग इकाई के रूप में 11 सितंबर 1947 को प्रारम्भ किया गया था। इस समय यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका फोर्स के पास 5,573, सैनिकों द्वारा चालित एयरक्राफ्ट और 180 स्वचालित एयरक्राफ्ट हैं। इसके अलावा 2,130 क्रूज मिसाइल और 450 बैलिस्टिक मिसाइल हैं, जो हवा से हवा में वार करने में सक्षम हैं। सर्वाधिक युद्धक विमानों की संख्या होने के कारण अमेरिका की वायुसेना सर्वाधिक शक्तिशाली है। जो कई युद्धों में अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर चुकी है। इस वायुसेना के सैनिक भी कड़ी फिटनेस रूटीन का पालन करते हैं।
सबसे ज्यादा अनुभवी रूस की वायुसेना
रूस की वायुसेना को शक्ति एवं तकनीक के आधार पर दूसरे स्थान पर रखा जाता है। रूस के विघटन के बाद सेना में बड़े परिवर्तन किये गए। स्पेन के गृह युद्ध और जापान के साथ युद्ध में हुए अनुभवों से इसे और बेहतर बनाया गया। 1980 के दशक में सेना ने 10,000 एयरक्राफ्ट तैनात किये थे। रूस की वायुसेना में तकनीक और संख्या में अन्तर्राष्ट्रीय मानकों का पालन किया जाता है। इस समय सेना में 3000 बमवर्षक विमान, 4,500 युद्धक विमान जैसे मिग-29 फैल्क्रम, मिग-25 फॉक्सबैट के अलावा 3,400 अत्याधुनिक एयरक्राफ्ट सू-24 फेंसर, सू-25 फ्राग फुट जैसे विमानों को शामिल किया गया है।
इजराइली वायुसेना
इजराइल की सेना को शक्ति के आधार पर तीसरे स्थान पर रखा जाता है। इजराइल की स्वतंत्रता के बाद 28 मई, 1948 को इसकी आधिकारिक घोषणा की गई। अगर हम इतिहास पर नजर डालें तो पायेंगे कि इजराइल की वायुसेना सबसे तेज निर्णय लेने के लिए जानी जाती है। इस समय सेना में चेकोस्लोवाकिया से खरीदे गये 25 एविया एस-199 एस विमान और 62 स्पिटफायर विमान हैं। सेना में प्रशिक्षण के उच्चतम मानक अपनाये जाते हैं। आतंकवाद और वैश्विक संकटों को देखते हुए इजराइली सेना युद्ध के लिए हमेशा तैयार रहती है।
रॉयल ब्रिटिश एयरफोर्स
ब्रिटिश एयरफोर्स विश्व की चौथी सबसे शक्तिशाली और पुरानी वायुसेना है। इसकी स्थापना 1 अप्रैल 1918 में की गई थी। रॉयल एयर फोर्स के नाम से जानी जाने वाली ब्रिटिश एयरफोर्स ने दूसरे विश्व युद्ध में बड़ी भूमिका निभाई थी। सेना में अत्याधुनिक तकनीक को स्थान दिया गया है। जनवरी 2012 में सेना में 826 एयरक्राफ्ट शामिल करने से यह विश्व की सबसे बड़ी यूरोपियन सेना बन गयी है। नाटो समूह में अमेरिका के बाद ब्रिटिश सेना का दूसरा स्थान है। अब रॉयल एयरफोर्स में नये और विध्वंसक एयरक्राफ्ट को शामिल किये जाने की योजना है।
चीन की विशाल वायुसेना
तेजी से विश्वशक्ति के रूप में उभरते हुए चीन ने अपनी वायुसेना को विशाल और तकनीकी तौर पर उन्नत बनाया है। सन 2010 तक की रिपोर्ट के अनुसार चीन की सेना में लगभग 3,30,000 जवान और 2,500 एयरक्राफ्ट है। चीन की सेना एशिया की सबसे विशाल सेना है जिसमें अत्याधुनिक और विध्वंसक विमानों को शामिल किया गया है। हालांकि चीन अपनी पूरी शक्ति का प्रदर्शन कभी नहीं करता है। एक अनुमान के मुताबिक चीन की सेना अमेरिकी सेना से भी ज्यादा तेज और शक्तिशाली है।
फ्रांस की वायुसेना
फ्रांस की वायु सेना का निर्माण फ्रेंच सशस्त्र सेना की मदद हेतु 1909 में किया गया था। इसके बाद 1933 में इसे एक स्वतंत्र वायु सेना घोषित कर दिया गया। इस सेना का निर्माण 1909 में ही शुरू हो गया था जिससे दूसरे विश्वयुद्ध के समय फ्रांस ने खुद का एयरक्राफ्ट उद्योग विकसित कर लिया। फ्रांस ने ही जेट फाइटर यान का विकास किया। जिनका प्रयोग खाड़ी युद्ध में बहुतायत से किया गया। अब फ्रांस ए400एम एयरक्राफ्ट विकसित कर रहा है। इस समय फ्रांस के पास अत्याधुनिक एवं मारक क्षमताओं से युक्त हथियारों से लैस वायुसेना है।
जाबाज भारतीय वायुसेना
संख्या के आधार पर भारतीय वायुसेना विश्व की चौथी सबसे बड़ी सेना है। इसमें 1,70,000 सैनिक और 1,500 एयरक्राफ्ट हैं। इसकी स्थापना आठ अक्टूबर 1932 को ब्रिटिश साम्राज्य की मदद के लिए की गई थी। स्वतंत्रता के बाद भारतीय वायुसेना ने कई युद्धों में भाग लिया। इनमें से एक युद्ध पाकिस्तान से और दूसरा चीन के खिलाफ था। इसके अलावा आपरेशन विजय, आपरेशन मेघदूत और आपरेशन कैक्टस में सेना ने अपने पराक्रम का परिचय दिया। कारगिल युद्ध के समय वायुसेना ने थलसेना का सहयोग किया। अच्छे सैनिकों की भर्ती के लिए सेना ने सैनिक स्कूल भी खोले हैं। संयुक्त राष्ट्र के विश्व शांति मिशन में भारतीय वायुसेना की विशेष भागीदारी है।
जर्मन वायुसेना
ल्यूफ्टवेफ, जर्मनी के सशस्त्र सेनाओं की सहायक इकाई थी। इसकी स्थापना 1956 में की गई थी। जिसे अब जर्मनी की वायुसेना के रूप में जाना जाता है। अमेरिकी सेना ने जर्मनी की मदद से नाभिकीय हथियारों को विकसित किया। सन 2005 और2008 में जर्मनी की वायुसेना ने नाटो सेनाओं के साथ बाल्टिक सागर मे युद्धाभ्यास किया। ल्यूफ्टवेफ ने अफगानिस्तान में किये गये आपरेशन में थल सेना की मदद की।
आस्ट्रेलिया की वायुसेना
रॉयल आस्ट्रेलियन एयर फोर्स की स्थापना मार्च 1921 में की गई थी। आस्ट्रेलिया की वायुसेना ने द्वितीय विश्वयुद्ध और बीसवीं शताब्दी के कई युद्धों में भाग लिया। जिनमें कोरिया और वियतनाम से किया गया युद्ध प्रमुख है।
जापानी वायुसेना
अपनी तकनीक और जुझारू क्षमता के कारण जापान की गिनती विश्व के विकसित देशों में होती है। 2005 के अनुसार जापानी वायुसेना में 45,000 सैनिक थे। इस समय जापान के पास 805 एयरक्राफ्ट और 424 युद्धक विमान हैं। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद इम्पीरियल जापानी सेना और नेवी को मिलाकर 'एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स' नामक वायु सेना का गठन किया गया।