यूएस नेवी की गोलीबारी में भारतीय मछुआरे की मौत
जाबेल अली में अमेरिकी नौसैनिक जहाज अक्सर ठहरते हैं। रामेश्वरम में करायूर मछुआरा संघ के अध्यक्ष मलाइराजन ने कहा कि मरने वाले मछुआरे की पहचान सेकर के तौर पर की गई है जो रामनाथपुरम जिले के पेरियापत्तनम का रहने वाला था। घायलों की पहचान मुनिराज, पानपुवन और मुरुगन के रूप में की गई है। वे भी रामनाथपुरम के ही रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि मुनिराज को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसे गोलियां लगी हैं।
मलाइराजन ने बताया कि रामनाथपुरम जिले के मछुआरे दैनिक मजदूरी पर दुबई की मछली पकड़ने वाली कंपनियों के लिए काम करते हैं। बहरीन स्थित पांचवें बेड़े के अमेरिकी नौसेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट ग्रेड रालसन ने बताया कि यूएसएनएस राफहनॉक पर सवार सुरक्षा दल ने 0.50 कैलिबर मशीनगन से नौका पर तब गोलीबारी की जब उसने चेतावनी की अवहेलना की और जहाज की ओर बढ़ी। उन्होंने कहा, घटना की जांच की जा रही है।
दर्जनों पुलिस और अन्य अमीराती अधिकारियों ने मोटरचालित नौका को घेर लिया। नौका असैनिक जहाज मालूम पड़ती है। यह नौका 30 फुट लंबी और तीन आउटबोर्ड मोटरों से युक्त है। इसी तरह की नौकाओं का क्षेत्र में मछली पकड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। बचावकर्मियों को एक व्यक्ति को नौका से उतारकर एंबुलेंस में ले जाते देखा गया। इस बीच, वाशिंगटन में भारतीय दूतावास के अधिकारी घटना के तुरंत बाद उसका विवरण मांगने के लिए पेंटागन और विदेश मंत्रालय के संपर्क में आए। हालांकि, तत्काल पेंटागन या विदेश मंत्रालय से कोई जवाब नहीं आया है।