रुपया डालर के मुकाबले 56.87 के नए न्यूनतम स्तर पर पहुंचा
रुपया कल के कारोबार के दौरान 56.57 के अब तक के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया था। बाद में रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप के बाद रुपए में सुधार हुआ। रुपया कल 15 पैसे की गिरावट के साथ 56.30 पर बंद हुआ था। इस बीच बंबई स्टाक एक्सचेंज का बेंचमार्क सेंसेक्स 129.23 अंक या 0.76 फीसद गिरकर 16,903.33 पर पहुंच गया।
रुपये के मूल्य में यह लगातार पांचवें दिन गिरावट हुई है। रुपये में तब से तीव्र अवमूल्यन हुआ है, जब फिच ने देश के ऋण साख को 'स्थिर' से घटाकर 'नकारात्मक' कर दिया। फिच, देश के ऋण साख को घटाने वाली, स्टैंडर्ड एंड पुअर्स के बाद दूसरी रेटिंग एजेंसी बन गई है। इन दोनों एजेंसियों ने भारत के निवेश स्तर को सबसे निम्न स्तर पर ला दिया है।
इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक ने भी 18 जून को घोषित मौद्रिक नीति की अपनी अर्ध तिमाही समीक्षा में मुख्य दरों को अपरिवर्तित रखकर बाजार को निराश किया है। आरबीआई के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने इस सप्ताह के प्रारम्भ में कहा था कि आरबीआई केवल रुपये की अस्थिरता रोकने के लिए मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप करेगा।
दोपहर 12.45 बजे सेंसेक्स 187.35 अंकों की गिरावट के साथ 16,845.21 स्तर पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 69.75 अंक लुढक कर 5,095.25 स्तर पर था।
शुरुआती कारोबार में रुपये की कीमत एक डॉलर के मुकाबले 57 पैसे गिरकर 56.87 रूपये हो गई। बृहस्पतिवार को 15 पैसे कमजोर होकर 56.30 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। दोपहर करीब डेढ बजे रुपये की कीमत एक डॉलर के मुकाबले 57.26 रुपये हो गई।