पति ने नहीं बनाये यौन संबंध तो दिया तलाक
जस्टिस कैलाश गंभीर ने यह बात अपने फैसले में दोहराते हुए महिला द्वारा दी गई तलाक याचिका को मंजूर कर लिया। खास बात यह है कि पति ने पत्नी से सिर्फ यह कहकर बेडरूम में संबंध बनाने से इंकार कर दिया था, क्योंकि उसे लगता था कि उसकी पत्नी उसके स्टेटस की नहीं है। उसने पत्नी से कहा था कि वो पहले अपनी वो डिग्रियां दिखाये जिनका दावा शादी के वक्त किया गया था। यही नहीं उस नौकरी की सैलरी स्लिप दिखाये जो नौकरी वो करती है।
हालांकि इस मामले में यह बात भी सिद्ध हुई कि पत्नी ने शादी के वक्त उससे झूठ बोला था कि वो नौकरी करती है। शादी के कई दिन तक तो सब ठीक चलता रहा, लेकिन कुछ महीनों बाद जब पति ने देखा कि उसकी पत्नी जॉब पर नहीं जा रही है, तो उसने बेडरूम रिलेशनशिप से इंकार कर दिया।
पत्नी को यह बात अच्छी नहीं लगी, जिस वजह से घर में कलह हुई और कई बार झगड़े भी, अंतत: पत्नि ने तलाक का फैसला किया और फैमिली कोर्ट में याचिका दायर कर दी। फैमिली कोर्ट ने भी यही फैसला सुनाया था कि यदि शारीरिक संबंध नहीं बनते हैं तो शादी का कोई मतलब नहीं। और इसके बदले में नौकरी के प्रमाण पत्र मांगना किसी क्रूरता से कम नहीं।