संसद में भी नाम कमाएंगे सचिन: लता
वह इसके हकदार हैं लेकिन पता नहीं क्रिकेट और संसद के बीच वह सामंजस्य कैसे बिठायेंगे। उन्होंने कहा, सचिन काफी व्यस्त रहते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इतना क्रिकेट होता है और ऐसे में राज्यसभा के सत्रों में रोज मौजूदगी दर्ज कराना मुश्किल होगा। यह सामंजस्य बिठाना उनके लिये काफी कठिन चुनौती होगी। वर्ष 1999 में राज्यसभा के लिये मनोनीत हुई लता ने अपने अनुभव को ठीक ठाक बताते हुए कहा कि उनके लिये समय निकाल पाना बहुत मुश्किल साबित हुआ था।
इस 82 वर्षीय पाश्र्वगायिका ने कहा, मैं राज्यसभा बहुत कम जा पाई थी क्योंकि मेरी रोज रिकार्डिंग रहती थी। मेरे लिये यह बहुत मुश्किल था। मैने पूरे कार्यकाल में संसद में एक शब्द भी नहीं बोला और आलोचना भी सुनी। लेकिन कुल मिलाकर मेरा अनुभव ठीक ठाक ही रहा। मालूम हो कि सचिन के साथ ही साथ बॉलीवुड की सदाबहार अभिनेत्री रेखा का नाम राज्यसभा के लिये मनोनित किया गया है।