खुफिया विभाग में आरएसएस की पैठ देश के लिए चिंताजनक
2002 के गुजरात दंगों के 10 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित एस सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने सवाल किया कि हम इस तरह की विचारधारा के लोगों को आईएएस, आईपीएस और यहां तक कि न्यायपालिका जैसी संस्थाओं में सक्रिय क्यों देखते हैं? सिंह ने कहा कि संघ के संगठन यूपीएससी के उम्मीदवारों के लिए भी कोचिंग चला रहे हैं। उन्होंने कहा, 'मुझे इस तरह की जानकारी मिली है कि संघ के संगठन यूपीएससी के उम्मीदवारों के लिए कोचिंग क्लासेज चला रहे हैं, जिन्हें यूपीएससी के सदस्य मदद देते हैं।
जब आप पिछले कुछ साल में यूपीएससी के विशेषज्ञ पैनल में बुलाए गए लोगों का विश्लेषण करोगे तो इसे समझोगे और देखोगे कि इस तरह के कितने उम्मीदवारों ने IPS या अन्य सेवाओं में प्रवेश किया है।' सिंह ने कहा कि राज्य एक तरह से सांप्रदायिक शक्तियों की सफल प्रयोगशाला बन गया है जो पूरे भारत में अपने एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही हैं। उन्होंने कहा, 'हमारी लड़ाई उस विचारधारा से है जो नफरत का संदेश देती है। जिस तरह से हिटलर ने एक विचारधारा को अपनाकर उसे राष्ट्रवाद का रंग दिया, उसी तरह भारत में सांप्रदायिक शक्तियां काम कर रहीं हैं।'