चिदंबरम ने मायावती को पौंटी की तिजोरियों से बचाया!
शुक्रवार को जब आय कर के 200 से ज्यादा अधिकारी अपने दल-बल के साथ उत्तर प्रदेश के शीर्ष व्यापारी पौंटी चड्ढा की तिजोरियों को खंगालने निकलीं तो पूरा मीडिया आयकर के पीछे चल पड़ा। टीवी चैनलों पर ब्रेकिंग न्यूज चलने लगीं देखते ही देखते टीवी चैनल चिल्ला-चिल्ला कर कहने लगे- उत्तर प्रदेश की मुख्यंत्री मायावती के करीबी पौंटी चड्ढा की तिजोरियों में 100 करोड़ रुपए निकलने की आशंका।
एक तरप। आयकर अधिकारी अपने काम में जुटे हुए थे, दूसरी तरफ मीडिया। तमाम अखबारों ने मायावती और पौंटी चड्ढा के बीच के कनेक्शन से जुड़ी खबरें जुटा लीं। सभी को पूरी उम्मीद थी कि शुक्रवार की सुबह से शाम तक मीडिया मायावती को अपने निशाने पर रखेगा। यही उम्मीद उन सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को भी थी, जो बसपा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि तमाम नेता खुश भी थे, क्योंकि माया का डाउनफॉल उनके वोटबैंक को मजबूत कर सकता था।
सुबह हुई नेता-नगरी टीवी से चिपक गई, लेकिन साढ़े नौ बजते ही सारा गेम पलट गया। सारे चैनल पर सिर्फ एक ही नाम था- पी चिदंबरम। जी हां जब सुप्रीम कोर्ट ने 122 टेलीकॉम लाइसेंस रद्द करने का फरमान जारी कर दिया और कहा कि चिदंबरम पर फैसला लोअर कोर्ट लेगी। बस न्यूज आते ही सारे चैनलों का फोकस मायावती से हट गया। सभी चैनल भाजपा समेत सभी विपक्षी दलों के नेताओं के पास पहुंच गये। उधर केंद्र में बैठकें शुरू हो गईं। जिसे कवर करते-करते मीडिया का ध्यान पौंटी चड्ढा से अलग हट गया।
खास बात यह है कि पौंटी की पहली तिजोरी से 200 करोड़ रुपए बरामद भी हो गये, फिर भी इलेक्ट्रॉनिक चैनल सुसत पड़े हैं। अभी-अभी न्यूज आयी है कि नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल पटेल ने कथित तौर पर अमेरिकी सिक्योरिटी कंपनी से ढाई करोड़ की रिश्वत ली है। अगर इस खबर में जरा भी दम है, तो टीवी चैनलों के लिए मसाला तैयार हो गया है। यानी कल भी पौंटी चड्ढा का मामला ठंडा पड़ा रहेगा।
खैर वनइंडिया किसी खबर में आपको पीछे नहीं रखेगा। हमारे संवाददाता आपको चड्ढा प्रकरण से जुड़ी हर खबर से अवगत करायेंगे।