पाक ने की ब्रिटेन से अमेरिका मामले पर मध्यस्थता की मांग
गिलानी ने यह भी कहा कि हम चाहते हैं कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले पाकिस्तान पर इस तरह के हमले नहीं होने चाहिए। पाकिस्तान पहले ही इस हमले के बाद अमेरिका से हर तरह की रिश्ते खत्म करने की धमकी दे चुका है। पाक ने अमेरिका से 15 दिनों के भीतर देश खाली करने की धमकी दी है। इतना ही नहीं इस मामले में पाकिस्तान ने अमेरिका की शिकायत संयुक्त राष्ट्र से भी की है। पाकिस्तान का आरोप है कि अलर्ट के बावजूद नाटो सेनाओं ने पाकिस्तान की सेना को अपना निशाना बनाया। वहीं अमेरिका ने इस मामले में नाटो सेनाओं को हरी झंडी दे दी है।
नाटो हमले के बाद से पाकिस्तान ज्यादातर बड़े देशों से सहानुभूति जुटाने में जुटा है। पाक के इस कदम में चीन भी उसका सहयोग कर रहा है। अब पाक इस मामले में ब्रिटेन को अपनी तरफ मोड़ने की कोशिश कर रहा है। बड़े देशों का सहयोग पाकर पाकिस्तान अमेरिका से अफगानिस्तान से अपनी सेनाएं वापस बुलाने का दबाव बनाना चाहता है। पाकिस्तान की इन नीतियों को देखते हुए अमेरिका ने उसे सीधे तौर पर कह दिया है कि अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ वह किसी भी तरह की कार्रवाई करने में सक्षम है।