कोहरे ने थामी जिंदगी की रफ्तार, दो मालगाड़ियां भिड़ी
फ्लाइटें भी कोहरे के चपेट में आ गई हैं जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच खबर है कि दिल्ली के निकट दादरी में दो मालगाड़ियों के बीच टक्कर हो गई है जिससे चार डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। हालांकि किसी जानमाल के हानि की खबर है।
दिल्ली एनसीआर में कोहरे ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। रविवार सुबह दिल्ली-एनसीआर समेत पूरा उत्तर भारत मौसम के सबसे घने कोहरे की चादर में लिपट गया। जिससे विजिबिलिटी बेहद कम हो गई। इस कारण 20 ट्रेनें लेट हो गईं, जबकि हवाई यातायात पर भी असर पड़ा है। जो ट्रेन लेट से चल रही है उसमें कोलकाता-दिल्ली, लालकिला एक्सप्रेस, सीतामढ़ी-दिल्ली, लिच्छवी एक्सप्रेस, गया-नई दिल्ली, महाबोधि एक्सप्रेस, इलाहाबाद-दिल्ली, ऊंचाहर एक्सप्रेस, पुरी- नई दिल्ली, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, गोरखपुर-नई दिल्ली, गोरखधाम एक्सप्रेस शामिल हैं।
उधर, ग्रेटर नोएडा के दादरी में कोहरे के कारण 2 मालगाड़ियों की टक्कर हो गई। जिससे 4 बोगियां पटरी से उतर गईं। कोयला लेकर आ रही मालगाड़ी का इंजन भी पटरी से उतर गया। मालगाड़ी अलग लाइन पर होने के कारण दिल्ली-हावड़ा लाइन के यातायात पर इसका असर नहीं पड़ा है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दिल्ली में कड़ाके की ठंड का दौर आमतौर पर 15 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच माना जाता है, मगर गुलाबी ठंड का एहसास 15 नवंबर से होने लगता है। इस बार पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर असर से पारा सामान्य से एक-दो डिग्री ऊपर दर्ज हो रहा है।
मौसम विभाग के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक का कहना है कि दिल्ली की सर्दी को बढ़ाने या घटाने में पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) की भूमिका सबसे अहम होती है। इसके चलते आसपास के पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश होती है।
ऐसे में दिल्ली के तापमान में गिरावट आती है। इस बार अब तक अफगानिस्तान की ओर से आने वाले पश्चिमी विक्षोभ के सिस्टम कमजोर रहे हैं। ऐसे में पहाड़ों में हल्की बर्फबारी हुई है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली जैसे मैदानी इलाकों में अब तक बारिश नहीं हुई है।
यही
वजह
है
कि
दिल्ली
में
सुबह
के
समय
धुंध
तो
हो
रही
है
लेकिन
ठंड
रफ्तार
नहीं
पकड़
रही
है।
जैसे
ही
पश्चिमी
विक्षोभ
का
सिस्टम
मजबूत
होगा
पहाड़ों
में
तेज
बर्फबारी
और
मैदानी
इलाकों
में
हल्की
बारिश
शुरू
हो
जाएगी।
ऐसे
में
दो
दिन
के
भीतर
दिल्ली
में
ठंड
बढ़
जाएगी।