उत्तर प्रदेश: हिंदू युवा वाहिनी नेता की गोली मारकर हत्या, भड़की हिंसा
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस के लाठी चार्ज के बाद भी भीड़ अड़ी हुई थी। खबर लिखे जाने तक इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। आला अधिकारियों का कहना है कि इलाके में तनाव और दंगे के मद्देनजर पुलिस की तैनाती की गई है। सूत्रों के अनुसार प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री ओझा शाम को घर से पैदल चलते हुए महरीखावां होते मुख्य मार्ग पहुंचे। तभी एक बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने उनपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी और वहां से भाग निकले।
श्री ओझा को पांच गोलियां लगी और वह वह वहीं गिर पड़े। गोली चलने के आवाज सुनकर लोग उस दिशा में दौडे तो देखा कि श्री ओझा अचेत अवस्था में जमीन पर गिरे हुए थे। लोग फौरन उन्हें लेकर अस्पताल गये जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं श्री ओझा की हत्या के बाद गुस्साए लोगों ने मौके पर पहुंच गये और पुलिस की जीप का शीशा तोड़ दिया और ड्राइवर की जमकर पिटाई कर दी।
लोगों का गुस्सा यहीं शांत नहीं हुआ। देर रात लालगंज थाने की जीप फूक दी गई और परिवहन निगम के आधा दर्जन बसों के शीशे तोड़ दिये गये। एक पुलिस चौकी को भी आग के हवाले कर दिया गया। आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर पथराव भी किया। भड़की भीड़ को काबू में करने के लिये पुलिस ने कई बार लाठियां भी भांजी मगर उसका कोई फायदा नहीं हुआ। भारी तनाव के मद्देनजर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पूरे जिले की फोर्स बुला ली है।
खबर लिखे जाने तक डीएम सुशील कुमार दल-बल के साथ कोतवाली परिसर में है, जबकि एसपी राजेश मोडक अस्पताल गेट पर कैंप किए हुए हैं। प्रमुख सचिव गृह को वे घटना की हर पल की जानकारी दे रहे हैं। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए डीएम ने पोस्टमार्टम के लिए दो डाक्टरों का पैनल गठित कर दिया है। देर रात गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी सांसद योगी आदित्यनाथ के भी मौके पर पहुंचने की सूचना है।