दोबारा पैदा हो सकते हैं 'विलुप्त मैमथ'
समाचार पत्र 'डेली मेल' के मुताबिक वैज्ञानिकों का कहना है कि अब इसके लिए बर्फ में जमे किसी मैमथ के नरम ऊतकों के नमूने की आवश्यकता होगी। ऊतक कोशिकाओं से वाकायाम तकनीक से स्वस्थ केंद्रक निकालकर उसे एक अफ्रीकी हाथी की अंड कोशिकाओं में प्रत्यारोपित किया जाएगा। यह अफ्रीकी हाथी मैमथ के लिए सरोगेट (किराए की कोख) मां की तरह काम करेगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक 10000 ईसा पूर्व पहले एक धूमकेतु के पृथ्वी के वायुमंडल में फटने और उसकी वजह से आग लगने से बालों वाले मैमथ विलुप्त हो गए थे।
इससे पहले 90 के दशक में साइबेरिया में मिले मैमथ की त्वचा व मांसपेशिय ऊतकों की कोशिकाओं में मौजूद केंद्रक (कोशिका गतिविधियों व नई कोशिकाएं बनने की प्रक्रिया को नियंत्रित करने वाली संरचना) को अलग कर पाने में सफलता नहीं मिल सकी थी। अत्यधिक सर्दी की वजह से यह संरचना नष्ट हो गई थी। ये जानना काफी रोचक है कि, जापान के 'रिकेन सेंटर फॉर डेवलपमेंट बायोलॉजी' के टेरुहिको वाकायामा ने 2008 में जो तकनीक पेश की थी उसकी मदद से 16 साल तक बर्फ में जमी हुई अवस्था में रहे चूहे की कोशिकाओं से क्लोनिग के जरिए एक और चूहा बनाना सम्भव हो सका।