दमा के मरीजों के फेंफड़ों में हो सकतें हैं फफूंद
लंदन। बाग-बगीचों में लगने वाली एक सामान्य प्रकार की फफूंद से दमा के मरीजों को एलर्जी होती है। अब दमा के कुछ मरीजों के फेंफड़ों में इस फफूंद की मौजूदगी देखी गई है।दमा के मरीजों पर 'एस्परजीलस फ्यूमीगेट्स' फफूंद के प्रभाव को जानने के लिए किए गए एक शोध के दौरान यह खुलासा हुआ। अक्सर मिट्टी और कम्पोस्ट खाद में उगने वाली यह फफूंद मरीज के फेंफड़ों में उगी हुई देखी गई।
लिसेस्टर विश्वविद्यालय के शोधकर्ता एंडी वार्डलॉ कहते हैं कि दमा की बीमारी में श्वास नलिकाओं में ऐंठन आ जाती है और सांस लेना मुश्किल हो जाता है।समाचार पत्र 'डेली मेल' के मुताबिक वार्डलॉ कहते हैं, "हमने दमा पीड़ित आधे लोगों में 'एस्परजीलस फ्यूमीगेट्स' जैसी फफूंद के प्रति एलर्जी के प्रमाण देखे।"
उन्होंने कहा, "हमने यह भी देखा कि यदि आपको फफूंद से एलर्जी है तो आपकी श्वास नलिकाएं और भी संकरी होंगी और जिन मरीजों के फेंफड़ों में 'ए. फ्यूमिगेट्स' उग आती है उनकी स्थिति और भी खराब होती है।"वार्डलॉ ने कहा, "हमारा शोध बताता है कि दमा पीड़ित कुछ लोगों में श्वास नलिकाओं के संकरी होने की वजह फेंफड़ों में 'ए. फ्यूमिगेट्स' का उगना है।"