सगोत्र विवाह मान्य नहीं : टिकैत
शाहपुर क्षेत्र के गांव सोरम में सर्वजातीय सर्वखाप पंचायत में टिकैत ने कहा कि सगोत्र विवाह कानून में अड़चन डालने वाले सरकारी एजेंट हैं। पंचायत किसी भी कीमत पर सगोत्र विवाह को स्वीकार नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में यदि न्यायालय भी कोई निर्णय देता है तो सर्वखाप पंचायत उसका विरोध करेगी।
टिकैत ने कहा कि सगोत्र विवाह सामाजिक एवं कानूनी रूप से पूरी तरह गलत है। देश की सभी खाप पंचायत इसका विरोध करती है। उन्होंने कहा कि सगोत्र विवाह कानून को लेकर पिछले दिनों हरियाणा और दिल्ली के पालम में भी महापंचायतें हुईं, लेकिन कुछ लोगों के कारण उसमें कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका।
उन्होंने कहा कि इस महापंचायत में शामिल होने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों एवं सभी खापों को निमंत्रण दिया गया है। यदि इस महापंचायत में कोई फैसला नहीं भी हो सका तो भी हम सर्वोच्च न्यायालय ने जो कानून बनाया है, उसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे।
टिकैत ने कहा, "किसी भी खाप को सगोत्र विवाह स्वीकार नहीं है। इस मुद्दे पर खापों के मुखिया एकमत हैं। यदि कानून इसमें कोई अड़ंगा लगाता है तो सभी खापें मिलकर उसका विरोध करेंगी।"
महापंचायत में सामाजिक कुरीतियों, भ्रूणहत्या, नशा मुक्ति, शिक्षा, दहेज प्रथा आदि पर भी गहन मंत्राणा की गई। देश के विभिन्न स्थानों से आए खापों के चौधरियों एवं थाम्बेदारों ने इस मुद्दे पर अपने विचार रखे।
महापंचायत के लिए गांव से लगभग आधा किलोमीटर दूर सौ बीघा जमीन में पंडाल लगाया गया। किसान यूनियन के कार्यकर्ता सुरक्षा के लिए जगह-जगह तैनात दिखाई दिए। महापंचायत में शामिल होने के लिए देश के विभिन्न स्थानों से आने वाले लोगों के लिए मुजफ्फरनगर, कांधला, बड़ौत एवं शामली स्टेशनों पर बसों की व्यवस्था की गई।
एक कार्यकर्ता ने बताया कि सुरक्षा के लिए पुलिस एवं प्रशासन ने चाक-चौबंद व्यवस्था की है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी पहुंची है।
उन्होंने बताया कि महापंचायत में आए सुझावों को एकत्र करने की जिम्मेदारी अशोक बालियान एवं पूर्व विधायक राजपाल बालियान को सौंपी गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।