चंद्रबाबू नायडू ने महिला पर हाथ उठाया
लेकिन तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने इससे इंकार किया है। टेलीविजन के दृश्यों में तेदेपा प्रमुख को महिला से माइक छीनते और उसे मारने के लिए हाथ उठाते हुए दिखाया गया है।
साथ ही नायडू को उस महिला को बैठने के लिए विवश करने के लिए उसकी बाजू पर मारते दिखाया गया है। जबकि विपक्षी दल ने स्पष्ट किया है कि नायडू केवल महिला को रोकने का प्रयास कर रहे थे।
यह घटना शुक्रवार देर रात पूर्वी गोदावरी जिले के प्रत्तीपाडू में हुई, जब नायडू लेटेराइट की खदानों का दौरा करने के बाद वनटाडा गांव में लोगों से मिल रहे थे। बातचीत के दौरान खदानों का समर्थन करने वाली एक महिला इलाके में बार-बार होने वाले नेताओं के दौरों की आलोचना कर रही थी।
इसी दौरान उसने अपनी बात रखने के लिए एक दूसरी महिला से माइक छीन लिया। महिला के ऐसे व्यवहार से नायडू ने उसे डांटा और उस पर अपना हाथ उठा दिया। उसके बाद तेदेपा प्रमुख ने महिला से माइक छीन लिया और उसे बैठ जाने के लिए विवश करने के लिए उसकी बाजू पर मारा।
कांग्रेस सांसद वाई. एस. जगनमोहन रेड्डी के टेलीविजन चैनल 'साक्षी' पर इस दृश्य को बार-बार दिखाया गया। चैनल का दावा है कि महिला के सवाल उठाने पर नायडू आपा खो बैठे थे।
सत्ताधारी दल के नेताओं ने नायडू की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत मुकदमा दायर करने की मांग की है। उन्होंने तेदेपा प्रमुख से विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा देने की भी मांग की है।
राज्य में जनजातीय कल्याण मंत्री पी. बालार्जू ने कहा, "नौ साल तक मुख्यमंत्री और छह साल से अधिक समय से विपक्ष के नेता रहे शख्स का किसी महिला पर हाथ उठाना शर्मनाक है।"