बिहार चुनाव : राजद विधायक अगवा, राबड़ी ने पर्चा भरा (राउंडअप)
पटना, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व शनिवार को नक्सलियों ने आखिर अपनी उपस्थिति दर्ज करा ही दी। संदिग्ध नक्सलियों ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक मोहम्मद नेहालुद्दीन को अगवा कर लिया। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने राघोपुर और सोनपुर से नामांकन पर्चा दाखिल किया।
इस बीच अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष सी़ पी़ ठाकुर आलाकमान के बुलावे पर दिल्ली रवाना हो गए। दिल्ली पहुंचने के बाद भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के नागपुर में होने की खबर पाते ही ठाकुर वहां से नागपुर के लिए रवाना हो गए।
औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र से नक्सलियों ने शनिवार की शाम को रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के निवर्तमान विधायक तथा राजद प्रत्याशी मोहम्मद नेहालुद्दीन को अगवा कर लिया।
पुलिस के अनुसार विधायक शनिवार को लालटेनगंज गांव में जनसंपर्क अभियान के लिए गए थे। नक्सलियों ने उन्हें अगवा कर लिया और एक पहाड़ की ओर ले गए। उन्होंने उनके वाहन में आग लगा दी, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस के अनुसार विधायक के साथ सात समर्थक भी थे। नक्सली उन्हें भी अपने साथ ले गए।
राज्य के पुलिस महानिदेशक नीलमणि ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। औरंगाबाद के पुलिस अधीक्षक घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को भेजा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि यह क्षेत्र झारखण्ड के पलामू जिला का सीमावर्ती क्षेत्र है जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र माना जाता है।
इधर, भाजपा के बिहार इकाई के अध्यक्ष सी़ पी़ ठाकुर आलाकमान के बुलावे पर शनिवार को दिल्ली रवाना हुए। इस बीच उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से चुनाव कार्य में लगने की भी अपील की। भाजपा के वरिष्ठ नेता अश्विनी चौबे ने अपने बयान से पलटते हुए कहा कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया।
दिल्ली रवाना होने से पूर्व ठाकुर ने पत्रकारों से कहा कि उनकी पार्टी नेतृत्व से बात हुई है। वह दिल्ली जा रहे हैं, उम्मीद है कि सभी संकट समाप्त हो जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि सी.पी.ठाकुर ने शुक्रवार को भाजपा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने आरोप लगाया है कि टिकट बंटवारे में मुझसे कोई राय नहीं ली गई तथा पार्टी में लगातार उपेक्षा की जा रही है।
चर्चा है कि वह अपने पुत्र विवेक ठाकुर के लिए बांकीपुर से टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने निवर्तमान विधायक नितिन नवीन को टिकट दे दिया है। इस कारण वह नारज हो गए और उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उन्हें मनाने के लिए अब तक भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष शरद यादव उनसे मिल चुके हैं।
इधर, पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं मंत्री अश्विनी चौबे ने शुक्रवार की रात में दिए उस बयान से पलट गए, जिसमें उन्होंने पार्टी कोर समिति से इस्तीफा देने की बात कही थी। पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में चौबे ने कहा कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है।
इस बीच बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी ने विधानसभा की दो सीटों राघोपुर ओर सोनपुर से अपना नामांकन का पर्चा दाखिल किया।
राबड़ी देवी पहले हाजीपुर गईं, जहां उन्होंने राघोपुर सीट के लिए नामंकन पर्चा दाखिल किया। उसके बाद वह सोनपुर पहुंचीं और वहां भी नामांकन पर्चा भरा। उनके साथ लालू प्रसाद तथा उनके पुत्र क्रिकेट खिलाड़ी तेजस्वी भी साथ थे। लालू और राबड़ी ने वहां एक जनसभा को संबोधित किया।
राबड़ी ने जनसभा में कहा कि पिछले पांच वर्षो से बिहार की जनता कैद है। नीतीश सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। उन्होंने कहा कि इस बार राजद का सरकार बनना तय है।
दूसरी ओर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को मधेपुरा और कटिहार में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वह पांच वर्षो के विकास के बाद जनादेश मांगने आए हैं। नीतीश ने कहा, "आज बिहार के विकास की चर्चा देश में ही नहीं, विदेश में भी हो रही है।"
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा के 243 सीटों के लिए छह चरणों में 21 अक्टूबर से 20 नवंबर के बीच मतदान होगा। सभी सीटों के लिए मतगणना 24 नवंबर को होगी।
इंडो-एशियन नयूज सर्विस।