बादल पर टिप्पणी के बाद विधायक ने की सुरक्षा मांग
राज्य के पुलिस महानिदेशक पी.एस. गिल से हुए पत्राचार में खैरा ने दावा किया कि उनकी जान खतरे में है और उन्हें विभिन्न हलकों से सावधान रहने के खामोश और अप्रत्यक्ष संदेश मिल रहे हैं।
खैरा ने गिल को लिखे अपने पत्र में कहा है, "जैसा कि आप जानते हैं कि मैं वर्तमान राज्य सरकार का विधानसभा के अंदर और बाहर दोनों जगहों पर एक आलोचक हूं। मुझे मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के खिलाफ बोलने के लिए पिछले साढ़े तीन सालों से उनके प्रकोप का सामना करना पड़ रहा है।"
उन्होंने कहा, "मेरे निर्वाचन क्षेत्र में सुनियोजित राजनीतिक प्रतिशोध के तहत मेरे और प्रमुख कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ 100 से ज्यादा झूठे मामले दर्ज करवाए गए हैं। मुझे शिरोमणी अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासन वाली वर्तमान सरकार में तीन बार हिरासत में लिया गया और गिरफ्तार किया गया।"
खैरा पंजाब के कपूरथला जिले की भोलाथ सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।
उन्होंने कहा, "मैंने मजबूत राजनीतिक सम्बंधों वाले 'लक्ष्मी एनर्जी एवं फूड्स' के प्रमुख बलबीर सिंह का भी जोरदार विरोध किया था। उनकी मिल में 12 सितम्बर को छत ढहने की घटना में पांच कामगार मारे गए थे, तब मैंने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी लेकिन सरकार अब तक कोई कार्रवाई करने में असमर्थ रही है।"
खैरा ने कहा कि इस सब को देखते हुए उन्हें विभिन्न हलकों से सावधान रहने के संदेश मिल रहे हैं।
इस मामले में टिप्पणी के लिए पुलिस से सम्पर्क नहीं हो सका है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।