कराची विस्फोट : 7 मरे, जरदारी व गिलानी ने की निंदा (राउंडअप)
समाचार चैनल जियो न्यूज ने पुलिस महानिरीक्षक इकबाल महमूद के हवाले से बताया कि शहर के क्लिफटन इलाके में स्थित अब्दुल्ला शाह गाजी की दरगाह के मुख्य द्वार पर कुछ ही मिनटों के अंतराल में दोनों धमाके हुए। हर गुरुवार को यहां श्रद्धालुओं को भारी भीड़ जुटती है।
सूत्रों ने बताया है कि विस्फोट स्थल से आत्मघाती हमलावरों के सिर बरामद हुए हैं। वहां लोगों के शरीर के क्षत-विक्षत टुकड़े भी मिले हैं।
जिन्ना पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल सेंटर के आपातकालीन सेवाओं के प्रमुख सीमी जमाली ने बताया है कि घायलों की संख्या कम से कम 60 है।
यह हादसा उस दिन हुआ जब राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी शहर में थे। यह मकबरा जरदारी के आवास से बहुत दूर नहीं है।
पुलिस और सुरक्षा बलों के दस्ते का घटनास्थल पर पहुंचना आरंभ हो गया है।
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक सिंघ प्रांत के आंतरिक मामलों के मंत्री जुल्फिकार मिर्जा ने विस्फोट में छह से सात लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है।
मिर्जा ने कहा, "दो विस्फोट हुए। ऐसा लगता है कि यह आत्मघाती हमला था।" उनके मुताबिक हमलावरों ने उस वक्त खुद को विस्फोट से उड़ा लिया जब उनकी सुरक्षा जांच चल रही थी।
जरदारी व गिलानी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए विस्फोट में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है।
जरदानी ने इसे जघन्य कृत्य करार देते हुए कहा, "इस प्रकार का कृत्य आतंकवादियों से निपटने की हमारी प्रतिबद्धता को नहीं डिगा सकता। देश से आतंकवाद को मिटाने की हमारी लड़ाई जारी रहेगी।"
जियो टीवी के मुताबिक गिलानी ने कहा, "हिंसा का ऐसे अपराध से साफ जाहिर होता है कि आतंकवादियों का मानवता से कोई लेना देना नहीं है। ऐसे तत्वों को किसी भी धर्म से कोई लेना देना नहीं है। वे सिर्फ समाज में हिंसा फैलाना जानते हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।