दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे निशान से ऊपर
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 205.19 मीटर तक पहुंच गया है। यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से 36 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। जलस्तर बढ़ने से उस्मानपुर, यमुना बाजार, भजनपुरा और शास्त्री पार्क में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
यमुना नदी का जलस्तर शुक्रवार देर रात को ही खतरे के निशान 204.8 मीटर को पार कर गया था।
हरियाणा के हथिनिकुंड बैराज से 34,600 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर खतरे को निशान को पार कर गया।
मूसलाधार बारिश की वजह जलभराव के क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ने की वजह से हरियाणा ने पानी छोड़ा था। इसकी वजह से रविवार को यमुना का जलस्तर और बढ़ गया था।
दिल्ली बाढ़ नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया, "यमुना नदी में और अधिक पानी छोड़ा गया है जो सोमवार शाम को दिल्ली पहुंचेगा। उम्मीद की जा रही है कि यमुना का जलस्तर और बढ़ेगा।"
बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए अधिकारियों द्वारा हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। राज्य सरकार की तरफ से बाढ़ग्रस्त इलाकों के लोगों के लिए 10 अस्थाई शिविर बनाए गए हैं।
उस्मानपुर, गढ़ीमांडू , बदरपुर खादर, आईएसबीटी पुल, शकरपुर, अक्षरधाम मंदिर, पुराना यमुना सेतु, गीता कालोनी और ओखला में ये अस्थाई शिविर बनाए गए हैं।
अधिकारी ने बताया, "यमुना का जलस्तर बढ़ने के बाद बाढ़ से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से तैयार है। लगभग 150 तकनीकी कर्मचारी यमुना के जलस्तर में हो रही वृद्धि पर लगातार नजर रख रहे हैं।"
बाढ़ की स्थिति की निगरानी के लिए 24 घंटे चलने वाला नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। इसके अलावा 63 नावों का प्रबंध किया गया है और आपदा प्रबंधन दल की एक टीम को यमुना नदी के किनारों के निकट तैनात किया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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