पाकिस्तान की राष्ट्रीय हॉकी टीम के सभी खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय हॉकी से सामूहिक संन्यास लेने की घोषणा की है. विश्व कप हॉकी प्रतियोगिता में अंतिम स्थान पाने के बाद टीम की भारी आलोचना हो रही है.
खिलाड़ियों के रिटायरमेंट की घोषणा से पहले पाकिस्तान हॉकी फ़ेडरेशन राष्ट्रीय चयन समिति को भंग करने और प्रबंधन से जुड़े दो अधिकारियों को बर्ख़ास्त करने की घोषणा कर चुका है.
नई दिल्ली में आयोजित विश्व कप प्रतियोगिता में गुरुवार को अपना अंतिम मैच कनाडा के हाथों 3-2 से गंवा देने के बाद पाकिस्तान की टीम अंतिम स्थान पर जा गिरी है. विश्व कप हॉकी प्रतियोगिता में ये पाकिस्तान की सबसे बुरी गत है.
समाचार एजेंसियों के अनुसार पाकिस्तान हॉकी फ़ेडरेशन के एक प्रवक्ता ने पत्रकारों को बताया, "कप्तान जीशान अशरफ़ समेत सभी खिलाड़ियों ने रिटायरमेंट लेने की घोषणा कर दी है. उन्होंने अपने फ़ैसले की सूचना हॉकी फ़ेडरेशन के प्रमुख तक पहुँचा दी है."
इससे पहले पाकिस्तानी टीम के कप्तान जीशान अशरफ़ ने एक पाकिस्तानी टेलीविज़न चैनल से बातचीत में कहा, "विश्व कप में इस शर्मनाक प्रदर्शन के लिए पूरी टीम ने ज़िम्मेदारी स्वीकार की है और संन्यास लेने का फ़ैसला किया है."
'शर्मनाक'
टीम को अंतिम मैच में मिली हार के तुरंत बाद पाकिस्तानी हॉकी संघ ने कोच शाहिद अली ख़ान को बर्ख़ास्त कर दिया. हॉकी संघ ने टीम के प्रबंधक को भी हटाने और चयन समिति को भंग करने की भी घोषणा की.
हॉकी पाकिस्तान का राष्ट्रीय खेल है और पाकिस्तानी टीम चार बार विश्व कप चैम्पियन रह चुकी है. लेकिन इस बार की प्रतियोगिता में हाल ये रहा है कि पाकिस्तान ने अपने छह मैचों में से पाँच में हार का स्वाद चखा.
पाकिस्तानी हॉकी फ़ेडरेशन की प्रमुख क़ासिम ज़िया ने टीम के प्रदर्शन को तमाम उम्मीदों के विपरीत बताया है.
ज़िया ने कहा, "विश्व कप में अंतिम पायदान पर रहना शर्मनाक है. टीम से मुझे ऐसी उम्मीद बिल्कुल नहीं थी."