महिला आरक्षण के खिलाफ आदित्यनाथ दहके
गोरखपुर से भाजपा के सांसद योगी आदित्यनाथ ने इस विरोध की खुलकर अगुवाई कर रहे हैं। आदित्यनाथ ने संसद भवन परिसर में कहा, "इसकी कोई आवश्यकता ही नहीं है। हम किसी भी प्रकार के आरक्षण के विरोध में हैं। अपनी क्षमता के आधार पर लोगों को संसद में चुनकर आना चाहिए।"
कांग्रेस
के
झांसे
में
आ
गई
भाजपा
इस
विधेयक
के
मसले
पर
भाजपा
नेतृत्व
कांग्रेस
सरकार
के
झांसे
में
आ
गया
है।
उन्होंने
कहा,
"देश
में
और
भी
कई
मुद्दे
हैं
जिस
पर
संसद
में
चर्चा
की
जानी
चाहिए।
लोग
महंगाई
से
त्रस्त
हैं।
नक्सलवाद
और
आतंकवाद
जैसी
गंभीर
समस्या
बनी
हुई
हैं।
सरकार
इस
विधेयक
के
जरिए
महत्वपूर्ण
मुद्दों
से
लोगों
का
ध्यान
हटाना
चाहती
है।"
महिला आरक्षण विधेयक के राज्यसभा में पास होने को आदित्यनाथ ने 'बिन मौसम बरसात' करार दिया। उन्होंने कहा, "कहीं से भी इसकी कोई मांग नहीं है। सदन का समय बर्बाद किए जाने के लिए यह सब किया जा रहा है तकि अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा न हो सके।" यह पूछे जाने पर कि यदि यह विधेयक लोकसभा में आया तो क्या वह इसके समर्थन में मतदान करेंगे, इसके जवाब में उन्होंने कहा, "नहीं, व्हिप भी जारी हो गया तो मैं इसके समर्थन में मतदान नहीं करूंगा।"
उन्होंने
कहा
कि
पार्टी
के
अंदर
और
भी
कई
सांसद
है
जो
इसके
विरोध
में
हैं।
उल्लेखनीय
है
कि
इससे
पहले
भाजपा
प्रवक्ता
प्रकाश
जावडेकर
ने
उन
खबरों
का
खंडन
किया
जिनमें
कहा
जा
रहा
था
कि
पार्टी
में
महिला
आरक्षण
को
लेकर
मतभेद
है।
जावडेकर
ने
कहा,
"हम
एक
लोकतांत्रिक
दल
है,
जहां
हर
किसी
को
अपने-अपने
विचार
रखने
की
स्वतंत्रता
है,
लेकिन
जहां
तक
पार्टी
की
बात
है
तो
सभी
को
पार्टी
के
विचारों
के
अनुसार
चलना
होता
है।"
लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक रमेश बैस ने बुधवार को कहा था कि इस विधेयक को लेकर पार्टी में असंतोष है। उन्होंने कहा था कि इस विधेयक को लेकर सदस्यों की अलग-अलग राय है लेकिन जब लोकसभा में यह विधेयक आएगा तो सभी पार्टी के फैसले के साथ रहेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।।