विजेता टीम मध्यांतर तक इसी अंतर से आगे थी। मध्यांतर के बाद दोनों टीमों के बीच गोल करने के लिए जबरदस्त घमासान हुआ लेकिन अगले 29 मिनट तक कोई गोल नहीं हो सका।60वें मिनट में जर्मनी के लाइनस बट ने पेनाल्टी कार्नर पर गोल कर अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया। दूसरे हाफ में यही एक गोल हुआ। जर्मनी ने अपने हिस्से आए तीनों पेनाल्टी कार्नरों को गोल में बदलने में सफलता हासिल की।बहरहाल, मैच का पहला गोल जर्मनी ने छठे मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर पर किया। मौजूदा चैम्पियन टीम के लिए यह गोल जान मार्को मोंटाग ने किया। इस गोल की बदौलत जर्मन टीम 1-0 की बढ़त बना चुकी थी।इस गोल के बाद इंग्लैंड के खेमे में खलबली मच गई और उसकी ओर से बराबरी का गोल करने का प्रयास तेज हो गया। लेकिन उसकी मंशा रंग लाती नहीं दिख रही थी।इसी बीच 11वें मिनट में जर्मनी के खिलाड़ी ओलीवर कार्न ने एक शानदार फील्ड गोल करके अपनी टीम को 2-0 की बढ़त दिला दी। कार्न का इस विश्व कप में यह दूसरा गोल है।अगले आठ मिंनट तक दोनों टीमों के बीच गोल करने के लिए रस्साकशी चलती रही। 19वें मिनट में इस प्रयास में इंग्लैंड को सफलता हासिल हुई। रिचर्ड स्मिथ ने अपनी टीम को मिले पेनाल्टी कार्नर पर गोल करके स्कोर 1-2 कर दिया।लगातार तीसरा खिताब जीतने के लिए प्रयासरत जर्मनी की टीम को मानो इंग्लैंड का यह गोल किसी अपमान की तरह लगा। नतीजा हुआ कि उसने 31वें मिनट में पेनाल्टी कार्नर के जरिए गोल करके स्कोर 3-1 कर दिया। जर्मनी को महत्वपूर्ण बढ़त दिलाने वाला यह गोल मार्टिन हेनर ने किया।इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।