नीतीश ने खंडित जनादेश, तो लालू ने धर्मनिरपेक्ष दलों की जीत बताया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झारखण्ड के नतीजों को खंडित जनादेश बताया है। उन्होंने पटना में संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि यह खंडित और अपेक्षा के विपरीत जनादेश है, हालांकि यह जनता का निर्णय है।
जनता दल (युनाइटेड) की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को बहुमत नहीं मिला है, अगर मिलता तब भूमिका भी होती। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है लेकिन इस परिणाम के बाद झारखण्ड में सरकार बनाना कठिन कार्य है।
राजद के अध्यक्ष एवं पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद ने कहा कि झारखण्ड का परिणाम धर्मनिरपेक्ष दलों की जीत है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश का दुर्भाग्य है कि किसी पार्टी या गठबंधन को बहुमत नहीं मिला। उन्होंने कहा कि परिणाम ये बताते हैं कि सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एक होना चाहिए।
बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि झारखण्ड में पहले भी मिलीजुली पार्टियों की सरकार थी और परिणाम यही बता रहा है कि अगली सरकार भी ऐसी ही बनेगी। उन्होंने कहा कि हालांकि इस परिणाम का बिहार में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि दोनों राज्यों में परिस्थितियां भिन्न-भिन्न हैं।
उल्लेखनीय है कि अगले साल बिहार विधानसभा के भी चुनाव हैं। झारखण्ड चूंकि बिहार से सटा हुआ है इसलिए माना जा रहा है कि यहां के नतीजें बिहार विधानसभा के चुनाव को प्रभावित करेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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