तमिलनाडू: वृंदा करात गिरफ्तार, रिहा
पुलिस के मुताबिक वृंदा आल इंडिया डेमोक्रेटिक विमेंस एसो. की कार्यकर्ताओं के साथ उथापुरम जा रही थीं। हालात बिगड़ने के मद्देनजर उनसे गांव नहीं जाने का आग्रह किया गया था। इस पर वृंदा सड़क पर उतरकर विरोध करने लगीं। अप्रिय स्थिति टालने के
लिए उनसे पुलिस स्टेशन में चर्चा करने को कहा गया। चूंकि वृंदा अपने फैसले पर अडिग थीं, इसलिए पुलिस ने अपनी सुरक्षा में उन्हें गांव पहुंचाया था। बाद में मदुरई पुलिस द्वारा उन पर मामला दर्ज किए जाने की जानकारी दी गई।
दूसरी ओर, वृंदा ने कहा 'पुलिस ने मेरी कार बिना किसी कारण बीच रास्ते में रोक दी थी। उन्होंने मुझसे कहा कि आपकी यात्रा से गांव में परेशानी खड़ी हो सकती है।" माकपा के राज्य सचिव एन वरदराजन ने कहा कि पुलिस ने पहले तो हमें गांव में सभा की इजाजत दी और बाद में अचानक इसे रद्द कर दिया।
मदुरई जिले के उथापुरम गांव में पिछले साल पुलिस फायरिंग में एक दलित की मौत हो गई थी। मद्रास हाईकोर्ट ने मामले की रिटायर्ड जज से जांच कराने का आदेश देते हुए मृतक के परिजनों को मुआवजा देने का आदेश जारी किया है। वृंदा इसी गांव जा रहीं थीं।