साइमंड्स पर ये कार्रवाई अनुशासनहीनता के कारण की गई है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि साइमंड्स को इसलिए टीम से बाहर किया गया है क्योंकि उन्होंने टीम का नियम तोड़ा है.
मामला शराब और अन्य मुद्दों से जुड़ा हुआ है. पहले भी साइमंड्स कई तरह के विवादों में रहे हैं और पहले भी उनके ख़िलाफ़ अनुशासनहीनता के कारण कार्रवाई की जा चुकी है.
पाँच जून से इंग्लैंड में ट्वेन्टी-20 विश्व कप प्रतियोगिता शुरू हो रही है. दुनिया की सभी शीर्ष टीमें इस समय इंग्लैंड में है और प्रतियोगिता के लिए जम कर तैयारी कर रही हैं.
अनुशासनहीनता
गुरुवार को साइमंड्स टीम के अभ्यास सत्र में भी शामिल नहीं हुए. साइमंड्स ऐशेज़ के लिए टीम में शामिल नहीं किए गए थे. ऐशेज़ ट्वेन्टी-20 विश्व कप के बाद होगा.
इसी साल जनवरी में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने रेडियो पर दी गई उनकी एक टिप्पणी के कारण उन पर जुर्माना लगाया था. वर्ष 2005 से साइमंड्स शराब पीने के कारण पैदा हुई समस्याओं से गुज़र चुके हैं.
पिछले साल अगस्त में भी बांग्लादेश के ख़िलाफ़ सिरीज़ के दौरान साइमंड्स एक आवश्यक टीम बैठक में शामिल नहीं हुए थे और उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था.
उसके बाद लंबे समय तक वे टीम से अलग रहे और मनोवैज्ञानिक की भी मदद ली.
विवाद
पिछले साल ही न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सिरीज़ से उनकी वापसी तो हुई लेकिन एक बार फिर वे पब में झगड़ा करके विवादों में फँसे.
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि एंड्रयू साइमंड्स पर अनुशासनहीनता के लिए कार्रवाई हुई है. वर्ष 2005 में भी उन्हें टीम प्रबंधन ने उन पर दो मैचों की पाबंदी लगाई थी. क्योंकि एक मैच से पहले वे देर रात तक शराब पी रहे थे.
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया बांग्लादेश से एक वनडे मैच हार गया था. इसी साल जून में वेस्टइंडीज़ दौरे पर गए साइमंड्स ने एक बार टीम की बस भी छोड़ दी थी.
साइमंड्स और हरभजन सिंह का विवाद तो काफ़ी सुर्ख़ियाँ बटोर चुका ही है. साइमंड्स ने हरभजन सिंह पर नस्लभेदी टिप्पणी का आरोप लगाया था, जिसे लेकर विवाद काफ़ी बढ़ा था.