वजह है वर्ष 2011 के विश्व कप के मैचों की मेज़बानी छीनना. भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश के साथ पाकिस्तान को भी विश्व कप की मेज़बानी करना था.
लेकिन सुरक्षा स्थिति का हवाला देते हुए आईसीसी ने पाकिस्तान में मैच न कराने का फ़ैसला किया. पीसीबी आईसीसी के इस फ़ैसले से नाराज़ है.
क़ानूनी आधार
पीसीबी अध्यक्ष एजाज़ बट ने कहा, "आईसीसी ने इस फ़ैसले से पहले हमसे कोई विचार-विमर्श नहीं किया. हमने उन्हें क़ानूनी नोटिस भेजा है. हम नहीं समझते कि आईसीसी का फ़ैसला क़ानूनी आधार पर सही है."
आईसीसी ने इस फ़ैसले से पहले हमसे कोई विचार-विमर्श नहीं किया. हमने उन्हें क़ानूनी नोटिस भेजा है. हम नहीं समझते कि आईसीसी का फ़ैसला क़ानूनी आधार पर सही है एजाज़ बट
आईसीसी ने इस फ़ैसले से पहले हमसे कोई विचार-विमर्श नहीं किया. हमने उन्हें क़ानूनी नोटिस भेजा है. हम नहीं समझते कि आईसीसी का फ़ैसला क़ानूनी आधार पर सही है |
तीन मार्च को लाहौर के गद्दाफ़ी स्टेडियम आते समय श्रीलंका के क्रिकेट खिलाड़ियों पर बंदूकधारियों ने हमला किया था. इस हमले में श्रीलंका के सात खिलाड़ी घायल हुए थे.
सुरक्षा कारणों से ही पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक दिवसीय सिरीज़ आबू धाबी में खेली गई.
एजाज़ बट का कहना है कि भारत और श्रीलंका में भी सुरक्षा स्थिति ठीक नहीं है. उन्होंने कहा, "अगर आईसीसी ये कहती है कि सुरक्षा स्थिति के कारण उसे यह फ़ैसला करना पड़ा, तो भारत और श्रीलंका में भी सुरक्षा स्थिति ठीक नहीं है."
पिछले साल नवंबर में भारत के मुंबई में हमला हुआ था, जिसमें 170 से ज़्यादा लोग मारे गए थे.
पीसीबी का कहना है कि असली स्थिति की समीक्षा के लिए अभी बहुत कुछ करने की आवश्यकता थी.