पाक के पश्चिमोत्तर में 50,000 लोग विस्थापित
लेकिन
यह
दोनों
ही
आंकड़े
पैरामिलिट्री
फ्रंटियर
कोर
के
आंकड़ों
से
बहुत
ज्यादा
है
जिसने
विस्थापितों
की
संख्या
करीब
2,000
बताई
है।
राष्ट्रीय
आपदा
प्रबंधन
प्राधिकरण
(एनडीएमए)
ने
भी
स्वयंसेवी
संगठनों
द्वारा
दिए
गए
आंकड़ों
पर
खेद
व्यक्त
किया
है।
एनडीएमए
के
सदस्य
ने
इन
आंकड़ों
की
पुष्टि
करने
की
जरूरत
पर
बल
दिया
है
ताकि
स्थिति
को
अनावश्यक
रूप
से
बढ़ा-चढ़ाकर
नहीं
बताया
जाए।
पीने
के
पानी
और
दवाओं
की
किल्लत
उन्होंने बुनेर और स्वात जिलों में विस्थापितों की स्थिति का जायजा लेते हुए कहा, "सरकार ना सिर्फ हालात से पूरी तरह अवगत है बल्कि किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम भी है।" स्वयंसेवी संगठन हैल्पिंग हैंड रिलीफ एंड डवेलपमेंट के अनुसार करीब 500 विस्थापित परिवारों ने निचले दीर में, 150 परिवारों ने गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज तिमरगारा में और 60 परिवारों ने तिमरगारा के स्कूल और 100 अन्य इमारतों में शरण ली है।
इसके अलावा बहुत से लोग अभी विभिन्न शहरों में अपने रिश्तेदारों के घरों में भी रह रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने नौशेरा के पास जालोजाइ शिविर में 1000 परिवारों के ठहरने का प्रबंध किया है। डॉन के अनुसार इन शिविरों में खाने-पीने की वस्तुओं, पीने के पानी और दवाओं की किल्लत है।
तालिबान और पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत सरकार के बीच पहले शांति समझौता कराने वाले कट्टरपंथी सूफी मोहम्मद ने शुक्रवार को सूबे की सरकार के साथ फिर से बातचीत की है। दोनों पक्षों ने बातचीत को सकारात्मक बताया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।