महंगा किराया , बंद हो रहे रीटेल स्टोर्स
भारत के अग्रणी रीटेल विक्रेता एडिडास,मोबाइल स्टोर, रेमंड, गिनी एंड जॉनी सहित कई ऐसे नाम हैं जो इस सूची में शामिल है। प्रॉपर्टीज की कीमतें जब आसमान छू रही थीं तब इन रीटेलरों ने प्रॉपटी की मूल कीमत का 35-40 प्रतिशत तक किराए के रुप में देना स्वाकार कर लिया था लेकिन अब वह इतना किराया देने में खुद को असमर्थ महसूस कर रहे हैं।
किराया घटाने के लिए बातचीत
मंदी के हालात में रीटेलर इन स्टोर्स का किराया 15-20 प्रतिशत तक कम कराना चाहते हैं। जहां किराए में कमी संभव नहीं वहां रीटेलर स्टोर्स बंद करने में ही बेहतरी समझ रहे हैं। रेमंड क्लोथ्स के अध्यक्ष श्रेयस जोशी ने कहा " हमने भारत में पांच स्टोर्स बंद कर दिए हैं हालांकि ये रेमंड के नहीं बल्कि पार्क एवेन्यू, पार्क्स और ज़ैप के स्टोर्स थे"।
उन्होंने बताया कि "वह अन्य स्टोर्स की भी बिक्री पर भी नज़र रख रहे हैं और जिन स्टोर्स से मुनाफा नहीं हो रहा उन्हें बंद किया जा सकता है"। "उन्होंने कहा कि हालांकि किराए को लेकर भी बातचीत चल रही है लेकिन जहां किराया घटना संभव नहीं वहां दुकानें बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है"। एडीडास के भारत में एमडी एंड्रियास गेल्नर ने बताया कि उनकी कंपनी मुनाफा न देने वाले 10-15 स्टोर्स बंद करने की सोच रही है।
आरएसएम रीटेल के अरविंद फिलिप ने कहा कि "जिन स्टोर्स में परिचालन लागत बहुत अधिक है, हम वहां किराया में कमी को लेकर बातचीत कर रहे हैं।" हालांकि, भारत के सबसे बड़े फुटकर बिक्री फ्यूचर ग्रुप के सीईओ किशोर बियानी ने कहा कि उनके समूह का प्रदर्शन मंदी से प्रभावित नहीं हुआ है बल्कि "वास्तव में, हमारी बिक्री बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि उनकी कोई भी दुकान को बंद करने की योजना नहीं है"।