नक्सलियों ने की शांतिवार्ता की पेशकश
प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी के प्रवक्ता पांडू उर्फ पंडन्ना ने एक बयान जारी कर कहा है, "संगठन जनहित में सरकार के साथ बातचीत करना चाहता है, बशर्ते सरकार सकारात्मक पहल करे।"
शुक्रवार की देर रात नक्सिलयों के गढ़ बस्तर क्षेत्र में मीडिया के दफ्तरों में भेजे गए इस संदेश में प्रवक्ता ने कहा, "शांति वार्ता शुरू होने से पहले सरकार को एक सकारात्मक माहौल बनाना चाहिए और आदिवासियों की प्रताड़ना बंद की जानी चाहिए।"
नक्सलियों की ओर से शांति वार्ता का यह प्रस्ताव ऐसे समय आया है, जब मुख्यमंत्री रमन सिंह ने हाल ही में एक बयान में कहा था, "दुनिया में किसी भी समस्या का समाधान गोली से नहीं निकल पाया है।"
अपनी शुरुआती प्रतिक्रिया में नक्सलियों के इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए रमन सिंह ने इसे एक अच्छी खबर बताया है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पुलिस व अर्धसैनिक बलों द्वारा नक्सलियों के दशकों पुराने सुरक्षित जंगली ठिकानों पर किए जा रहे लगातार हमलों के कारण उनके पैर उखड़ गए हैं। उनके द्वारा शांति वार्ता का प्रस्ताव इसी का परिणाम है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।