असमी दंपत्ति की अफगानिस्तान में मौत
काबुल में भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने दंपति के परिजनों को सूचित किया था कि 37 वर्षीय अबु नासेर और उनकी 28 वर्षीय पत्नी फरहीन अजमिन की 23 जनवरी को उनके गेस्ट हाउस में आग लगने से दुर्घटनावश मौत हो गई।
नासेर अफगानिस्तान के मजार-ए शरीफ विश्वविदद्यालय में गत नवंबर में अंग्रेजी के प्रोफेसर थे। फरहीन की बहन ने बताया, "हमें विरोधाभासी खबरें मिल रही हैं। कुछ ने टेलीफोन पर हमें बताया कि आग लगने से उनकी मौत हो गई जबकि कुछ अन्य का कहना है कि दुर्घटना में उनकी मौत हुई।"
दंपति उत्तरी असम के तेजपुर का रहने वाला था। उनके शव गुरुवार को शहर में लाए गए। सैंकड़ों लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने उनके घर जा रहे हैं।
परिवार के एक अन्य सदस्य ने बताया, "हमें बताया गया है कि वे तालिबानियों के जहरीली गैस के जरिए हमला करने से उन दोनों तथा चार अन्य लोगों की मौत हो गई।"
वे दोनों 24 जनवरी को भारत रवाना होने वाले थे और इसीलिए वे गेस्ट हाउस में ठहरे थे, जहां ये हादसा हुआ। नासेर ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से शिक्षा अर्जित करने के बाद भुवनेश्वर से एमबीए किया था। उनके एक पारिवारिक मित्र ने बताया, "वह एक होनहार छात्र थे और सभी उनसे प्रेम करते थे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।