मिलिये एमबीए पास संता सिंह से
एमबीए
करने
के
बाद
से
संता
की
दिनचर्या
बदल
गई
है
संता
रोज
सुबह
उठता,
मंजन,
कुल्ला,
नहाना,
आदि
फिर
नाश्ता
करता,
बेहतरीन
फॉर्मल
कपड़े
पहनता
बदल-बदल
कर
टाई
लगाता
जेब
में
सफेद
रूमाल,
पॉकेट
में
मोबाइल
हाथ
में
लैपटॉप
लेकर
घर
से
बाहर
निकलता
सामने
बने
पार्क
में
लगे
पीपल
के
पेड़
की
डाल
पर
जाकर
बैठ
जाता
और
दिन
भर
उसी
डाल
पर
बैठा
रहता
बताइये
क्यों?
.
.
क्योंकि
एमबीए
करने
के
बाद
संता
खुद
को
ब्रांच
मैनेजर
समझने
लगा
है।
हर रोज संता सुबह उठता
संता और बंता एक बार में दारू पी रहे थे
संता:
ओये
बंता,
चल
बुलट
से
लद्दाख
चलते
हैा
बंता:
ओये
यार
क्या
बोल
रहा
है,
हमारे
पास
तो
साइकिल
भी
नहीं
है
संता:
कमीने
मुझे
पता
था,
कि
तू
दारू
पी
नहीं
रहा
है,
सिर्फ
चखना
पेल
रहा
है।
ज़ू में घुसा बदमाश खरगोश
एक
बार
एक
बदमाश
खरगोश
ज़ू
यानी
चिड़ियाघर
में
घुस
गया।
उसके
हाथ
में
एक
बम
था।
खरगोश
ने
जू़
के
अंदर
बम
रखा
और
खूब
जोर
से
बोला
तुम
सबके
पास
सिर्फ
एक
मिनट
का
टाइम
है
बाहर
निकलने
का
कछुवा:
अबे
तमाशा
क्यों
कर
रहा
है,
सीधे
बोल
कि
तू
मुझे
मारकर
रेस
की
हार
का
बदला
लेना
चाहता
है।