व्हाट्सएप ग्रुप में कुछ सदस्य सरकारी स्कूल के छात्र की तरह होते हैं
व्हाट्सएप ग्रुप में कुछ सदस्य ऐसे होते हैं जैसे सरकारी स्कूल के छात्र होते हैं,
जो स्कूल कभी नहीं आते पर उनका रजिस्टर में नाम जरूर होता है।
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एक
दोस्त
दूसरे
दोस्त
से-
आज
मुझे
कटप्पा
मिल
गया
दूसरे
दाेस्त
ने
पूछा,
आखिर
क्यों
मारा
??
कटप्पा-
यम्मा
नल्ला,
निम्मडा..साळगुन्ना
अन्ना.
कोण्णल्लो
कुडड्डा.
थेल्लमी...मारपिंडा
नेरुल्ला
विकाना
मुदक्कळ
येल्ले.
अंड
वेंकटा
नारकूंडा
भुम्मले..म्चा...उणु
कास्था
चेन्नै
यल्ला
...
पहला
दोस्त-
oohhooooo..ये
बात
थी...
फिर
तो
सही
किया
तुमने।
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चुपचाप बैठे रहो वरना... रेल के डिब्बे में चिंटू की मां ने चिंटू से कहा - चुपचाप बैठे रहो, शरारत की तो मारूंगी चिंटू - तुमने मुझे मारा , तो मैं टिकट चेकर को अपनी उम्र बता दूंगा।
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अगर वाइफ के साथ वेकेशन पर जा रहे हैं,
तो वह वेकेशन नहीं, चेंज ऑफ़ लोकेशन हैं।
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मम्मी
:
तू
बाल
क्यों
नहीं
कटवाता
है
?
लड़का
:
ओह
मम्मी
!!!
इट्स
फैशन
मम्मी
:
नालायक
तेरी
बड़ी
बहन
को
देखने
आये
थे,
वो
तुझे
पसंद
करके
चले
गए।
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प्लम्बर:
सर,
नल
ठीक
हो
गया
लेबर
चार्ज
800
रुपये।
इंजीनियर:
अरे,
1
घंटे
की
इतनी
फीस
तो
मेरी
भी
नहीं
है।
प्लम्बर:
सर,
जब
मैं
इंजीनियर
था
तो
मेरी
भी
नहीं
थी।
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