सरकारी और पब्लिक स्कूल के बच्चों में अंतर जानें।
संता
पर
जोक्स
बनने
का
कारण
संता
का
लड़का:
पापा
अगर
आपको
सड़क
पर
चलते
हुए
एक
10
रुपए
का
और
एक
पांच
रुपए
का
नोट
मिले
तो
आप
कौन
सा
नोट
उठाओगे.
संता:
10
का.
बेटा:
इसीलिए
आप
पर
लोग
जोक्स
लिखते
हैं,
दोनों
भी
तो
उठा
सकते
थे.
संता बंता के घर जाकर क्यूं रोने लगा
संता
बंता
के
घर
गया
पर
जैसे
ही
बंता
ने
दरवाजा
खोला
तो
संता
रोने
लगा.
बंता:
अरे
संता
रो
क्यूं
रहे
हो?
संता:
अबे
दरवाजा
में
देख.
बंता:
ओह
तो
ले
अब
शेर
सुन.
"जब
मैंने
दरवाजा
खोला,
आपकी
आंखों
में
आंसू,
चेहरे
पर
हंसी
थी,
सांसों
में
आहें,
दिल
में
बेबसी
थी.
तुम्हें
यह
पहले
बताना
था
ना
कि
दरवाजे
में
तुम्हारी
अंगुली
फंसी
थी."
सरकारी और पब्लिक स्कूल के बच्चों में अंतर
संता:
यार
बंता
सरकारी
और
पब्लिक
स्कूल
के
बच्चों
में
क्या
अंतर
होता
है?
बंता:
देख
जब
पब्लिक
स्कूल
के
बच्चे
चिड़ियाघर
में
बंदर
को
देखते
हैं
तो
बोलते
हैं
:
ऑह,
देखो
बंदर
सो
रहा
है
इसे
तंग
मत
करो...
लेकिन
सरकारी
स्कूल
के
बच्चे
:
ओए
तेरी
की
देख
तेरा
बाप
सो
रहा
है,
पत्थर
मार
साले
को.
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