गृह प्रवेश के लिए सीएम योगी ने 28 मार्च को सवा बारह बजे का ही वक्त क्यों चुना?
खास बात यह है कि योगी जी ने मुख्यमन्त्री निवास में गृह प्रवेश के लिए 12: 15 मिनट का समय चुना है जो कि हर लिहाज से शुभ है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हिन्दू धर्म के प्रतीक माने जाते है। योगी जी अभी तक वीआईपी गेस्ट में ही निवास कर रहें क्योंकि वह मुख्यमंत्री निवास में शुभ मुहूर्त में जाना उचित समझ रहें है। वर्तमान में खरमास चल रहा है, जिसमें ग्रह प्रवेश करना उचित नहीं होता है। खरमास 13 अप्रैल तक चलेगा यानि सूर्य के मेष राशि में आने पर ही खरमास समाप्त होगा, इसलिए योगी जी के लिए तब-तक इन्तजार करना मुश्किल है।
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जिस कारण योगी जी ने नवरात्रि शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में रहने की सोची है। 28 मार्च को हिंदू नववर्ष की शुरूआत हो रही है अर्थात इस दिन से ही चैत्र नवरात्रि भी प्रारम्भ हो रही है। खास बात यह है कि योगी जी ने मुख्यमन्त्री निवास में गृह प्रवेश के लिए 12: 15 मिनट का ही समय क्यों चुना, आईये जानते है इसके पीछे ज्योतिषीय कारण क्या है।
28 मार्च को मध्यान्ह 12 बजकर 15 मिनट पर
इस वक्त मिथुन लग्न उदित हो रही है। मिथुन लग्न एक द्विस्भाव राशि है, जिसका स्वामी बुध मेष राशि में होकर लाभ भाव में राज्य के कारक दशमेश मंगल के साथ बैठा है। चन्द्रमा मीन राशि में होकर दशम भाव में सूर्य का साथ दे रहा है। मीन का चन्द्रमा गजकेसरी योग का निर्माण भी कर रहा है।
राज्य के लिए हितकारी रहेंगे
चन्द्रमा मन का कारण होता है। चन्द्रमा के उच्च अवस्था में होने से मन शान्त रहता है और मंगल लाभ भाव में है, इसलिए मानसिक शक्ति के द्वारा लिए गये निर्णय राज्य के लिए हितकारी रहेंगे।
चन्द्रमा का बलवान होना अति आवश्यक
दूसरा कारण 19 मार्च को योगी जी ने जिस समय मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उस दिन चन्द्रमा वृश्चिक राशि में होकर नीच अवस्था में था। अतः ज्योतिषयों की सलाह रही होगी कि मुख्यमन्त्री अवास में आप उस दिन गृह प्रवेश करे उस दिन चन्द्रमा की स्थिति मजबूत हानी चाहिए। यदि चन्द्रमा कमजोर है तो मन अशान्त रहेगा और कठोर निर्णय लेने में बाधायें आयेंगी। चन्द्रमा का बलवान होना अति आवश्यक है।
लम्बे समय तक जनता के दिलों पर राज कर सकते हैं
तीसरा कारण 28 मार्च को उत्तराभाद्रपद नक्षत्र अपरान्ह 1 बजकर 40 मिनट तक है। यह नक्षत्र शनि ग्रह के अधिकार क्षेत्र में आता है। शनि राजनीति कारक है और लम्बी दूरी तय करने वाला ग्रह है। इस दिन मुख्यमन्त्री निवास में प्रवेश करने से लम्बे समय तक योगी जी उत्तर प्रदेश की जनता के दिलों पर राज कर सकते है।
हनुमान जी भी ब्रहमचारी थे और योगी जी भी ब्रहमचारी
नवरात्रि में शक्ति की आराधना की जाती है। योगी जी भी शक्ति के पुजारी है और साथ में 28 मार्च को परमवीर, साहसी, राष्ट्र सेवक हनुमान जी का दिन मंगलवार है। हनुमान जी भी ब्रहमचारी थे और योगी जी भी ब्रहमचारी है। इससे बेहतर संयोग और क्या हो सकता है।