शमशान से लौटने के बाद स्नान क्यों करते हैं?
साइंस कहता है कि यदि आप तनाव में है तो स्नान करने से लाभ मिलता है। जिस वक्त आप दुःखी व तनावग्रस्त होते है, उस समय आपका शरीर खासकर सिर अधिक गर्म रहता है।
क्या आपने कभी सोंचा है कि शमशान से आने के बाद स्नान क्यों किया जाता है ?
शमशान से वापस लौटने के बाद स्नान करना आवश्यक होता है, क्योंकि इसके पीछे धार्मिक व वैज्ञानिक कारण छिपे है। शमशान में नकारात्मक उर्जाओं का वास होता है। जिन व्यक्तियों का आत्म-विश्वास कम होता है, भय से ग्रस्त होते है, मनासिक शक्ति की कमी होती है या धैर्य की कमी होती है। ऐसे लोगों पर नकारात्मक शक्तियॉ जल्दी हावी हो जाती है। अन्तिम संस्कार से पूर्व काफी देर मृत शरीर पड़ा रहता है, जिस कारण मृत शरीर स्क्षूम संक्रमित जीवाणु से ग्रस्त हो जाता है। जो लोग वहॉ उपस्थित होते है। उन्हें भी संक्रमण होने का खतरा रहता है।
मृत शरीर पर भी जीवाणुओं का शरीर पर कब्जा रहता है
कुछ ऐसे लोगों की मृत्यु होती है, जिन्हें पहले से ऐसी बीमारियॉ रहती है, जो संक्रमित जीवाणुओं के कारण होती है। इसलिए मृत शरीर के बाद भी उन जीवाणुओं का शरीर पर कब्जा रहता है। शमशान में उपस्थित सभी लोगों पर संक्रमित जीवाणु अटैक कर सकते है। इसलिए शमशान से आने के बाद सभी लोग स्नान करते है ताकि संक्रमित जीवाणुओं का प्रभाव शरीर से निष्क्रिय हो जाये।
आप तनाव में है तो स्नान करने से लाभ मिलता है
साइंस कहता है कि यदि आप तनाव में है तो स्नान करने से लाभ मिलता है। जिस वक्त आप दुःखी व तनावग्रस्त होते है, उस समय आपका शरीर खासकर सिर अधिक गर्म रहता है। स्नान करने के बाद पूरे शरीर का तापमान सामान्य हो जाता है और आप रिलैक्स हो जाते है। यानि आप मानसिक रूप से शान्ति का अनुभव करते है। किसी की मृत्यु होने पर उससे जुड़े सभी लोग तनावग्रस्त होकर दुःखी हो जाते है। इसलिए शमशान से आने के बाद तुरन्त नहाया जाता है जिससे के मन शान्त व हल्का हो जाये। ये भी पढ़ें: पुत्र, धन, तरक्की चाहिए तो कीजिए ये उपाय...