Must Read: जानिए सुन्दरकाण्ड का महत्व और लाभ
हनुमान जी की वीर गाथा का वर्णन सुन्दरकाण्ड में तुलसीदास ने बखूबी वर्णित किया है।
लखनऊ। गोस्वामी तुलसीदास ने बहुत ही सरल भाषा में श्री रामचरितमानस को अपनी बेहतरीन लेखनी से राम को घर-घर तक पहुॅचा दिया है। लगभग हर हिन्दू घर में गाहे-बगाहे श्री रामचरितमानस का पाठ हुआ करता है।
क्यों पूजा के वक्त 'घी' के दीपक पर दिया जाता है जोर?
श्री रामचरितमानस में सात अध्याय है, इन सब अध्यायों का अपना अलग-अलग महत्व है। हनुमान जी की वीर गाथा का वर्णन सुन्दरकाण्ड में तुलसीदास ने बखूबी वर्णित किया है।
आईये जानते है कि सुन्दरकाण्ड का पाठ करने के क्या-क्या फायदे है और क्या विधि है ?
सुन्दरकाण्ड का पाठ करने की विधि
जिस दिन पाठ करना हो उस दिन एंव उसके एक दिन पहले घर में लहसुन-प्याज युक्त भोजन नहीं करना चाहिए। प्रातःकाल उठकर स्नान ध्यान करने के पश्चात एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर हनुमान की प्रतिमा स्थापित करके तिल के तेल का दीपक जलायें तत्पश्चात हनुमान जी का फल, लाल वन्दन, फूल, मिष्ठान आदि से विधिवत पूजन करके बेसन के लड्डुओं का भोग लगायें। उसके बाद सुन्दरकाणड का पाठ प्रारम्भ करें। सुन्दरकाण्ड पाठ करते वक्त सुन्दरकाण्ड का ही सम्पुट लगाना चाहिए। पाठ समाप्त होने के पश्चात प्रसाद रूपी लड्डुओं का अधिक से अधिक वितरण करना चाहिए।
सुन्दरकाण्ड का प्रथम दोहा
हनुमान
तेहि
परसा
कर
पुनि
कीन्ह
प्रनाम।
राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहॉ विश्राम।
सुन्दरकाण्ड का प्रथम दोहा है, जिसमें हनुमान जी कहते है कि राम का काम किये गये बगैर मुझे विश्राम नहीं करना है। परिश्रम की प्रधानता को बल देने वाले इस दोहे से हमें सीख लेनी चाहिए कि परिश्रम के बिना प्रगति सम्भव नही है और प्रगतिशील मनुष्य ही सच्ची सुन्दरता का पर्याय होता है।
सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से आत्म-विश्वास में वृद्धि
- श्री रामचरितमानस का पंचम सोपान सुन्दरकाण्ड है। इस सोपान में 03 श्लोक, 02 छन्द, 58 चौपाई, 60 दोहे और लगभग 6241 शब्द है।
- सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से आत्म-विश्वास में वृद्धि होती है। छात्रों की बुद्धि तीव्र होती है एंव परीक्षा में अंक अच्छे आते है।
- इसका पाठ करने से दिमागी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। मन में शान्ति मिलती है जिससे सुकून भरी नींद आती है।
- यदि आप के घर में तनाव बना रहता है तो सुन्दरकाण्ड का पाठ अवश्य करें।
- यदि आप किसी अज्ञात भय से ग्रस्त है तो सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से आपका भय दूर होगा।
- यदि आपके बच्चे किसी गलत संगति में पड़ गये है, जिसकी वजह से वो अपने माता-पिता का कहना नहीं मानता है तो मंगलवार के दिन सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से लाभ मिलेगा।
- जो लोग कर्ज के दलदल में फंसे है, उन्हें सुन्दरकाण्ड का पाठ कराने से लाभ प्राप्त होगा।
- नौकरी में प्रमोशन चाहते है तो सुन्दरकाण्ड का पाठ मंगलवार को करने से मनोकामना पूर्ण होगी।
- जिन लोगों पर शनि की साढ़े-साती चल रही है, उन्हें शनिवार के दिन सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से शनि देव की कृपा बरसती रहेगी।
- बनते-बनते काम आपके बिगड़ जाते है तो सुन्दरकाण्ड का पाठ पीपल के पेड़ के नीचे करने से आने वाली बाधायें समाप्त होगी।
- यदि आप खिलाड़़ी है और दुनिया में नाम कमाना चाहते है तो सुन्दरकाण्ड का पाठ अवश्य करें।
- आप व्यापार करते है लेकिन प्रगति नहीं हो रही है और आये दिन समस्यायें बनी रहती है। ऐसे में आपको लगातार हर मंगलवार को सुन्दरकाड के दोहे का सम्पुट सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से कुछ ही समय में आपके व्यापार में प्रगति होने लगेगी।
- यदि आपके बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता है और पढ़ाई न करने के बहाने बनाया करता है तो मंगलवार के दिन सुन्दरकाण्ड का पाठ करते समय 7 इमली की पत्तियों को हनुमान जी के सामने रखकर पूजन करें। पाठ समाप्ति के बाद पूजन की हुयी इमली की पत्तियों में लाल बन्दन लगाकर बच्चे की पुस्तक में रख दें। ऐसा करने से कुछ समय बाद आपके बच्चे का पढ़ाई में मन लगने लगेगा। यह उपाय आपको कम से 5 मंगलवार करना होगा।
जो लोग कर्ज के दलदल में फंसे है
सुन्दरकाण्ड का पाठ अवश्य करें