सूर्य के आर्दा प्रवेश से जानें बारिश का हाल, क्या होगा खेती पर असर
सूर्य का मिथुन लग्न में आर्दा प्रवेश होने पर ग्रहों की स्थिति अनुकूल प्रतीत हो रही है। लग्नेश बुध प्रथम भाव में स्वराशि का होकर सूर्य व मंगल के साथ बैठा होने से शुभ फलदायी प्रतीत होगा।
लखनऊ। विक्रम संवत् 2074 दिनांक 22 जून, गुरूवार को अक्षय उर्जा के भण्डार भगवान सूर्य का आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश भारतीय मानक समयानुसार 5 प्रातः बजकर 08 मि0 पर होगा उस समय क्षितिज पर मिथुन लग्न, कृतिका नक्षत्र, धृति योग, गर करण एंव वृष राशि में चन्द्र रहेगा।
आईये जानते है कि सूर्य के आर्दा नक्षत्र में प्रवेश करने पर देश में वर्षा की क्या स्थिति रहेगी...
सूर्य का मिथुन लग्न में आर्दा प्रवेश होने पर ग्रहों की स्थिति अनुकूल प्रतीत हो रही है। लग्नेश बुध प्रथम भाव में स्वराशि का होकर सूर्य व मंगल के साथ बैठा होने से शुभ फलदायी प्रतीत होगा। द्वितीयेश चन्द्र 12वें भाव में बैठा है एंव लाभेश षष्ठेश मंगल लग्न में केतु से दृष्ट होकर सूर्य से युक्त होकर लग्न में अशुभ फलदायक है।
राशि मिथुन वायु तत्व वाली है
लग्न की राशि मिथुन वायु तत्व वाली है, जो अर्द्धजलीय है। चन्द्रमा भी द्वादश भाव में गुरू से शुभ दृष्ट है। अतः भारत के अधिकांश भागों में मानूसन समय पर पहुॅचने के हेतू अच्छी वर्षा होने की सम्भावना है। किन्तु फिर भी कुछ भागों में सामान्य रूप से यत्र-तत्र अतिवृष्टि से बाढ़ के कारण भारी जन-धन की हानि भी होने की आशंका है।
कृषि उत्पादन अच्छा हो
समयानुसार मानसून आने से वर्षा पर्याप्त होने से कृषि उत्पादन अच्छा होगा। पूर्वी राज्यों में जैसे-त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय, नागालैण्ड आदि में कमजोर मानसून होने के कारण वर्षा कम होगी। बिहार के पूर्वी-उत्तरी भाग व पूर्वी नेपाल में वायुवेग के साथ पर्याप्त वर्षा होगी। देश के उत्तरी-पूर्वी प्रदेशो जैसे-अरूणाचल प्रदेश, असम, सिक्किम आदि में अच्छी वर्षा होने के संकेत है। देश की राजधानी दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, कशमीर के पर्वतीय क्षेत्रों व हिमांचल प्रदेश के पश्चिमी भाग में अवरोध के साथ अचानक पर्याप्त वर्षा होने के आसार है।
अल्प वृष्टि के कारण सूखा पड़ सकता है
देश दक्षिणी-पूर्वी भाग जैसे-उड़ीसा व आस-पास के क्षेत्रों में अल्प वृष्टि के कारण सूखा पड़ सकता है। आन्ध्रप्रदेश के तटीय क्षेत्रों में वर्षा कम होने से सूखे जैसी स्थिति हो सकती है। उत्तरी गुजरात, सौराष्ट्र में कम वर्षा के कारण कृषि उत्पादन प्रभावित हो सकता है। उत्तराखण्ड राज्य के पर्वतीय प्रदेशों में वर्षा के कारण जन-धन हानि हो सकती है। इस वर्ष अच्छा मानसून होने से वर्षा अच्छी होगी जिससे कृषक वर्ग प्रसन्न रहेगा। पर्वतीय इलाकों में दैवीय आपदा के कारण जनता को हर प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ सकता है।
आर्दा
नक्षत्र
फल
आर्दा
प्रवेश-काल
में
चन्द्रमा
कृतिका
नक्षत्र
में
रहेगा
जो
शुभ
एंव
अशुभ
दोनों
प्रकार
के
फल
देगा।
वर्षा
का
क्रम
रूक-रूककर
होने
से
किसान
वर्ग
चिन्तित
रह
सकता
है
किन्तु
अन्त
में
अच्छी
फसल
होने
से
किसान
खुशहाल
रहेगा।
देश
पर्वतीय
क्षेत्रों
में
वर्षा
होने
से
लोगों
का
जीवन
अस्त-व्यस्त
हो
सकता
है।
बाजार में मन्दी भाव बना रहेगा
राजा एंव प्रजा वर्ग में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होगी। बाजार में मन्दी भाव बना रहेगा। सुख-शान्ति व समृद्धि से लोग खुशहाल रहेंगे किन्तु कुछ जगह बाढ़ आदि के कारण लोगो का जीवन कष्टमय भी होगा। किसी राजनेता या चर्चित व्यक्ति की वायु दुर्घटना में मृत्यु होने की आशंका नजर आ रही है।