वक्त है बदलाव का, वक्री शनि 21 जून से करेंगे वृश्चिक में प्रवेश
नई दिल्ली। शनि को क्रूर ग्रह जरूर माना जाता है, लेकिन वे किसी के साथ अन्याय नहीं होने देते। इसीलिए उन्हें न्याय का देवता कहा जाता है। वे एक मौका अवश्य देते हैं ताकि इनसान अपने भीतर की बुराइयों को छोड़कर सही मार्ग पर आ जाए। इस बार शनिदेव यह मौका दे रहे हैं 21 जून से 24 अगस्त के बीच। यदि बुराइयों का त्याग नहीं किया तो फिर दोगुना दंड भुगतने के लिए भी तैयार रहना होगा।
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21 जून को बदलेगी चाल
न्यायाधिपति कहलाने वाले शनि देव 21 जून को राशि परिवर्तन कर रहे हैं। धनु राशि में वक्री चल रहे शनि 21 जून को रात्रि 1 बजकर 37 मिनट पर उल्टे चलते हुए धनु से निकलकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। शनि इस राशि में 24 अगस्त 2017 तक वक्री रहेंगे। इसके बाद 25 अगस्त 2017 को सायं 5.19 बजे से वृश्चिक राशि में ही मार्गी होकर पुनः आगे की ओर गति करेंगे और 26 अक्टूबर 2017 को सायं 6 बजकर 11 मिनट पर पुनः धनु राशि में आ जाएंगे।
65 दिन वृश्चिक में वक्री रहेंगे
शनि 65 दिन वृश्चिक में वक्री रहेंगे और 62 दिन वृश्चिक में ही मार्गी रहेंगे। शनि का धनु से वृश्चिक और वृश्चिक से पुनः धनु में गोचर समस्त राशियों के लिए मिला-जुला असर दिखाएगा। यह वक्त बदलाव का होगा। कुछ नया करें, पुरानों को पुनर्जीवित करने का प्रयास करें।
यह होगा देश का हाल
शनि का वृश्चिक राशि में 65 दिन वक्री और 62 दिन मार्गी के समय में बड़े बदलाव होंगे। देशव्यापी परिणाम देखें जाएं तो देश में कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आ सकती है। भीषण बारिश से हादसे होने की आशंका है। बाढ़, भूस्खलन से रेल, वायुयान, सड़क हादसे होंगे। कुछ प्रदेशों में भूकंप आ सकता है। दवाइयों के क्षेत्र में कोई बड़ी खोज हो सकती है। बड़े राजनीतिक बदलाव होंगे और राजनीतिक रूप से अस्थिरता बनी रहेगी। सत्ता विरोधी लोग येन-केन प्रकारेण पुराने मुद्दों को फिर से उठाएंगे। स्थापित सरकारों के खिलाफ षड्यंत्र होगा। इसमें कुछ लोग सफल हो भी जाएंगे। इस दौरान एक अच्छी बात यह भी होगी कि धर्म के क्षेत्र में देश नए आयाम स्थापित कर सकता है। धर्म को धंधा और उसके बल पर राजनीति करने वाले लोग पीछे धकेल दिए जाएंगे। राजनीति में बड़े पदों पर बदलाव होगा। नए समीकरण उभरेंगे।
यह होगा लोगों का हाल
समस्त राशि वाले शनि के इस बदलाव से प्रभावित होंगे। यहां मैं अलग-अलग राशियों का वर्णन देने की अपेक्षा ओवरऑल वर्णन दे रहा हूं। चूंकि शनि का परिवर्तन समस्त राशि वालों को प्रभावित करेगा, इसलिए कुछ बातें सभी राशि वालों को समान रूप से ध्यान रखना होगी। शनि का यह राशि परिवर्तन मुख्य रूप से बड़े बदलावों का संकेत कर रहा है, इसलिए लोगों के सामने नई चुनौतियां, नए अवसर आएंगे। बस जिसने सही अवसर को पहचान लिया, वह जीत जाएगा। जो नहीं पहचान पाएगा वह मौका चूक जाएगा। खुद को साबित करने की चुनौती सभी के सामने रहेगी। आगे बढ़ना है तो अपने क्रोध और वाणी पर नियंत्रण रखना होगा। अपने भीतर के मैल, बुरी बातों को हटाना होगा। मन की पवित्रता से शनि प्रसन्न होंगे और मनचाहे काम में सफलता दिलाएंगे। यह मौका है समस्त राशि वालों के लिए कि वे लाइन पर आ जाएं। यदि शनि आपसे प्रसन्न हो गए तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक पाएगा।
यह उपाय करें
- शनि के इस बदलाव के दौरान सत्य के मार्ग पर चलने से संकट स्वतः टल जाएंगे।
- शनिवार के लिए हनुमानजी को पान के पत्ते की माला अर्पित करें।
- मंगलवार के दिन हनुमानजी को एक कच्चा नारियल चढ़ाएं। इससे शनि प्रसन्न होंगे।
- शनि मंदिर में शनिवार के दिन तिल्ली के तेल के आठ दीये लगाएं।
- शनि अर्चन, शनि हवन कराएं।
- दिव्यांग लोगों को भरपेट भोजन कराएं।