जानिए शनि की साढ़ेसाती किन राशियों पर डालेगी प्रभाव?
शनि देव की राशि बदलते ही तुला की साढ़ेसाती समाप्त होगी और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती प्रारम्भ होगी।
लखनऊ। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या किन राशियों पर चलेगी इसका सही आकलन तो जन्मपत्री देखकर ही किया जा सकता है लेकिन फिर भी एक मोटे तौर यह जानते है कि वर्ष 2017 में शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या किन-2 राशियों पर चलेगी एंव उसका प्रभाव कैसा रहेगा।
वृश्चिक से धनु राशि में गोचर
26 जनवरी 2017 को शनि अपने धुर विरोधी मंगल की राशि वृश्चिक से धनु राशि में गोचर करना प्रारम्भ करेंगे। शनि देव की राशि बदलते ही तुला की साढ़ेसाती समाप्त होगी और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती प्रारम्भ होगी। वृश्चिक राशि पर साढ़ेसाती की अन्तिम दौर चल रहा है
कैसे जाने आपकी राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है
एक राशि पर शनि ढाई वर्ष रहता है। शनि जन्म राशि से 12वें भाव, पहले भाव या दूसरे भाव में गोचर करेगा तब साढ़ेसाती होती है। जैसे-इस समय शनि धनु राशि में शनि भ्रमण कर रहा है। मान लीजिए आपकी राशि मकर है और शनि धनु राशि में गोचर करेगा तो धनु से दूसरा स्थान मकर राशि हुई। अतः मकर राशि साढ़ेसाती प्रारम्भ हो रही है। शनि गोचर से 12वें स्थान पर हो तो साढ़ेसाती सिर पर रहेगी, शनि जन्म राशि में हो तो साढ़ेसाती ह्रदय पर रहेगी और यदि शनि जन्म राशि से दूसरे स्थान में हो तो साढ़ेसाती पैर पर रहेगी।
मेष राशि- इस राशि पर 26 जनवरी के बाद शनि की ढैय्या का असर पूरी तरह समाप्त हो जायेगा। बिजनेस, नौकरी, स्वास्थ्य आदि मामलों यह वर्ष अनुकूल सिद्ध होगी। नई कार्य योजनाओं में किया गया निवेश भी लाभप्रद साबित होगा। पिता के स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है।
वृष-अगर आपकी चन्द्र राशि वृष है तो आप पर शनि की ढैय्या का असर रहेगा। यानि आने वाले 2 वर्ष 6 माह तक कुछ लोगों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं से जूझना होगा। परिवार में तनाव की स्थिति रह सकती है। बड़े निवेश से बचना होगा एंव आर्थिक लेन-देन में सावधानी बरतें।
कन्या राशि-इस राशि के जातकों के उपर शनि की ढैय्या का प्रभाव रहेगा। अपने बॉस से तालमेल बनायें रखें एंव ऑफिस किसी से बहस न करें। प्रेमी वर्ग इस समय विशेष सावधानी बरतें। अगर किसी से प्रेम करते है तो प्रपोज करने से बचें। कुछ लोगों को स्वास्थ्य से सम्बन्धित दिक्कतें हो सकती है।
तुला राशि-इस राशि के जातकों के पर शनि की साढ़ेसाती समाप्त हो जायेगी। जॉब वाले लोगों को अच्छा प्रमोशन मिल सकता है एंव व्यवसाय में प्रगति होगी। कुल मिलाकर इस राशि से जुड़े लोगों के उपर शनि देव की अनुकूल कृपा बनी रहेगी। कुछ लोगों के घर में मॉगलिक कार्य होंगें। बिगड़े हुये कार्य बनेंगे तथा आर्थिक स्थिति में मजबूती आयेगी। दाम्प्त्य जीवन में अच्छा सामंजस्य बना रहेगा।
वृश्चिक राशि-इस राशि के जातको के पैरों पर साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा जो अगले 2 वर्ष 6 माह तक रहेगा।। इस राशि वालों के पैरों पर साढ़ेसाती रहने के कारण वृश्चिक राशि वालों को सावधान रहना होगा। गठिया रोगियों को अपने खान-पान पर विशेष सावधानी बरतनी होगी। इस राशि में जिनका जन्म ज्येष्ठा नक्षत्र में हुआ है, उन्हें अपने कार्यो के प्रति विशेष सर्तक रहना होगा। मित्रों से धोखा, स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव एंव कर्ज व व्याज आदि में हानि उठानी पड़ सकती है। इस राशि वालों को इन दिनों यात्राओं से बचना होगा। सोंच-समझकर ही निवेश करें अन्यथा हानि हो सकती है।
धनु राशि-इस राशि वालों पर भी साढ़ेसाती का प्रभाव देखने को मिलेगा। धनु राशि वालों पर साढ़ेसाती धन हानि, शारीरिक पीड़ा, कार्यो में रूकावट, परिवारिक समस्याओं से जूझना होगा। क्रोध पर नियन्त्रण रखना होगा अन्यथा और मुसीबत में फॅस सकते है। इस वर्ष की अपेक्षा अगले वर्ष इस राशि वालों को विशेष कष्ट का सामना करना पड़ सकता है। खासकर ह्रदय रोगियों को विशेष सावधान रहने की जरूरत है। खान-पान में सावधानी बरतें वरना नयें लोग भी ह्रदय रोग से पीडि़त हो सकते है।
मकर राशि- इस राशि के लिए प्रथम चरण में शनि की साढ़ेसाती अच्छी रहेगी। किन्तु फिर भी शनिदेव की आराधना करें। सन्तान को पीड़ा हो सकती है। पूरे वर्ष मकर राशि पर शनि की का प्रभाव रहेगा। जिस कारण इन्हें धन, परिवार, स्वास्थ्य आदि से सम्बन्धित रूकावटें आयेंगी। रिस्की कार्यो से बचना होगा। व्यापारी वर्ग को ज्यादा निवेश करने से बचना होगा। स्वास्थ्य के मामलें में की गई लापरवाही मंहगी साबित हो सकती है। मकर राशि शनि की ही राशि इसलिए शनिदेव आपको ज्यादा परेशान नहीं करेंगे।
शनि की साढ़ेसाती तथा ढैय्या प्रभावी उपाय-
- काले घोड़े की नाल का छल्ला सारसों के तेल में भिगोकर दिन शनिवार को मध्यमा अॅगुली में धारण करें।
- शनिवार के मदिरा एंव धूम्रपान करने से बचें। अपने नौकरों व कर्मचारियों को समय पर वेतन दें। का
- हर शनिवार को सरसों के तेल में अपनी छाया देखकर किसी गरीब को तेल दान करें।
- शमी पेड़ को घर में लगाकर नियमित जल देंने से भी शनिदेव कृपा बरसती है।
- मंगलवार को बजरंग बाण का कम से कम 11 पाठ करें।